क्या होता है आईपीएल में ट्रेड विंडो, अब तक इन खिलाड़ियों का हो चुका ट्रांसफर, पढ़ें

क्रिकेट जगत के अब तक सबसे बड़ा क्रिकेट मेंगा लीग IPL का बाजार सजने वाला है। उससे पहले फ्रैंचाइजी के पास आखिरी मौका अपनी टीम को बेहतर बनाना, इसी क्रम में फ्रैंचाइजी या तो खिलाड़ियों को एक-दूसरे के बीच बदल सकती हैं या पूर्ण नकद सौदे में खिलाड़ियों को खरीद सकती हैं।
इस पूरे मामले में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के पास आखिरी अधिकार सुरक्षित होता है। दरअसल, यदि कई फ्रैंचाइजी एक ही खिलाड़ी को साइन करना चाहती है तो खिलाड़ी को बेचने वाली फ्रेंचाइजी तय करती है कि उसका खिलाड़ी किस टीम में जाएगा।
मगर प्लेयर के ट्रेड या ट्रांसफर से पहले खिलाड़ी की सहमति भी जरूरी है। अगर प्लेयर मना कर देगा तो डील उसी वक्त रद्द हो जाती है। फ्रेंचाइजी अपने ‘आइकन प्लेयर्स’ को ट्रेड नहीं कर सकते।
टीमों को 26 नवंबर तक अपनी रिटेंशन सूची डालनी होगी। वह खिलाड़ियों के ट्रेडिंग का आखिरी दिन भी होगा। रिटेंशन लिस्ट और ट्रेड लिस्ट फ्रैंचाइजी में टीमों के आखिरी पर्स का फैसला करेगी। यानी जिस टीम ने ज्यादा प्लेयर्स रीलिज किए स्वभाविक रूप से उसके पर्स में ज्यादा पैसे होंगे और वह खुलकर ऑक्शन में बोली लगा सकती है। जैसे दिल्ली कैपिटल्स ने मनीष पांडे और सरफराज खान को रिलीज कर दिया।
- रोमारियो शेफर्ड (INR 50 लाख) – लखनऊ सुपर जायंट्स से मुंबई इंडियंस
- देवदत्त पडिक्कल (INR 7.5 करोड़) – राजस्थान रॉयल्स से लखनऊ सुपर जाइंट्स
- आवेश खान (INR 10 करोड़) – लखनऊ सुपर जायंट्स से राजस्थान रॉयल्स