
हिंदू धर्म में शुक्र ग्रह को प्रेम और सुख का कारक माना जाता है। ज्योतिष में शुक्र ग्रह का स्थान व महत्व बहुत अधिक होता है। आज इस लेख में प्रेम के कारक ग्रह शुक्र (Venus) के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे। आज जानेंगे कि शुक्र का ज्योतिष में क्या महत्व है? शुक्र का मानव जीवन पर क्या प्रभाव होता है? शुक्र की पौराणिक मान्यता क्या है? तो आइये जानते हैं शुक्र के बारे में –
शुक्र ग्रह क्या है?
शुक्र ग्रह को काम और सुख का कारक माना जाता है। कुंडली में शुक्र की स्थिति यदि खराब हो तो जातक को भौतिक सुख का लाभ नहीं मिल पाता है। जातक के जीवन में प्रेम कितना और कब आएगा इसकी जानकारी शुक्र ग्रह से मिलती है। शुक्र ग्रह सौर मंडल में सूर्य के बाद दूसरा ग्रह है और यह चंद्रमा के बाद रात में चमकने वाला दूसरा ग्रह है। शुक्र (Venus) आकार और द्रव्यमान में पृथ्वी के समान ही है और इसे अक्सर पृथ्वी की बहन या जुड़वा के तौर पर वर्णित किया जाता है।
ज्योतिष में शुक्र ग्रह का महत्व
ज्योतिष में शुक्र ग्रह को एक शुभ ग्रह माना गया है। इसके प्रभाव से व्यक्ति को भौतिक, शारीरिक और वैवाहिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसलिए ज्योतिष में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शोहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस, काम-वासना और फैशन-डिजाइनिंग आदि का कारक माना जाता है।
शुक्र ग्रह को मजबूत करने का तरीका
शुक्र ग्रह को मजबूत करने से जीवन में खुशहाली और संपन्नता आती है। शुक्र जिनके कुंडली में मजबूत होता है उनके जीवन में धन-वैभव और ऐश्वर्य तथा सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं शुक्र ग्रह को मजबूत करने का तरीका।
- यदि आप शुक्र ग्रह को मजबूत बनाना चाहते हैं तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- शुक्रवार के दिन सफेद वस्त्र पहनना चाहिए।
- सफेद रंग के वस्त्रों व सफेद वस्तुओं का दान करना चाहिए।
- शुक्र ग्रह को मजबूत बनाने के लिए हमेशा महिलाओं का सम्मान करना चाहिए।
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