टीपू सुल्तान के बारे में हमें BJP से जानने की जरूरत नहीं- शिवसेना
मुंबई की राजनीति में मैसूर साम्राज्य के शासक टीपू सुल्तान की एंट्री हो गई है। शहर में एक स्पोर्टस् कॉम्पलेक्स का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस विवाद में शिवसेना ने बीजेपी को घेरा है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘बीजेपी को लगता है कि इतिहास के बारे में केवल उसे जानकारी है। हर कोई यहां नया इतिहास लिखने के लिए बैठा है, ये इतिहासकार इतिहास बदलने के लिए बैठे हैं। हम टीपू सुल्तान के बारे में जानते हैं, ये हमें बीजेपी से जानने की जरूरत नहीं है।‘
दिल्ली में करें इतिहास बदलने की कोशिश, लेकिन होंगे नहीं सफल- राउत
राउत ने आगे कहा, अगर उन्हें लगता है कि ये टीपू सुल्तान के नाम के बाद रखा गया है। और वो ये कहते हैं कि वो ये करेंगे, वो करेंगे। तो जो उन्हें करना हैं करें। ये सब बातें उन के साथ जाती नहीं हैं।
राज्य सरकार अपने फैसले लेने के लिए सक्षम हैं। नया इतिहास मत लिखिए। आप दिल्ली में नया इतिहास लिखने की कोशिश जारी रख सकते हैं लेकिन आप सफल नहीं होंगे।
BJP और VHP ने किया विरोध
दरअसल, गणतंत्र दिवस के मौके पर मुंबई के मलाड में एक स्पोर्टस् कॉम्पलेक्स का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखने के बाद से ये बवाल शुरू हुआ। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के इस फैसले को लेकर कड़ा विरोध दर्ज किया है। विश्व हिन्दू परिषद की युवा इकाई बजरंग दल के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने बीएमसी के इस फैसले पर बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया था।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस फ़ैसले को लेकर आपत्ति जताई थी।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बीजेपी के एक विधायक अतुल भटखलकर ने कहा कि अगर उनकी पार्टी वापस से सत्ता में आती है, तो मलाड के इस मैदान का नाम फिर से बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रख दिया जाएगा।
उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में दावा किया कि शिवसेना का हिंदुत्व बेकार है और मुंबई के लोगों ने शिवसेना का असली चेहरा देख लिया है। उन्होंने आगे कहा कि असलम शेख़ वहीं इंसान है, जिन्होंने याक़ूब मेमन का समर्थन किया था।