
नई संसद में महिला आरक्षण के लिए नारी शक्ति वंदन विधेयक पेश होने पर, उत्तराखंड की राजनीति से जुड़ी तमाम महिलाएं आनंदित हैं। उनका मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ऐतिहासिक कदम से, महिला सशक्तिकरण की दिशा में राजनीति में महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा। इससे लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा, और उनकी आवाज़ मजबूत हो सकेगी।
देश में आधी आबादी महिलाओं की है, लेकिन संसद और विधानसभा में महिलाओं की संख्या बहुत कम है। अब 33% की आरक्षण से, लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्थानों में महिलाओं की आवाज़ बेहद महत्वपूर्ण होगी। विधानसभा अध्यक्ष हेतु खंडूरी ने इस निर्णय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्रांतिकारी कदम माना है और उनका आभार व्यक्त किया है।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य भी इस फैसले का स्वागत किया है और उनका कहना है कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष आशा नौटियाल ने भी महिलाओं के 30% आरक्षण विधेयक पर पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आधी आबादी की चिंता की है और इस विधेयक के समर्थन में कांग्रेस पहले ही थी, और अब केंद्र सरकार ने इस दिशा में प्रयास किए है।
उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटे हैं जिसमें फिलहाल टिहरी लोकसभा से माला राज्य लक्ष्मी शाह भाजपा से एक सांसद हैं। वहीं कल्पना सैनी राज्यसभा सांसद है विधानसभाओं की बात की जाए तो उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीट हैं जिसमे फिलहाल मात्र 8 ही विधायक हैं वहीं पंचायत में भी महिलाओं का आरक्षण बहुत बड़ा नहीं है। ऐसे में लंबे समय से महिला आरक्षण को लेकर आवाज उठ रही थी।
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