भारत में टीचर्स ट्रेनिंग पर सालाना एक अरब डॉलर खर्च करने की जरूरत : नारायणमूर्ति

Bengaluru: इंफोसिस के को-फाउंडर एन. आर. नारायणमूर्ति ने कहा कि भारत को स्कूल टीचर्स की ट्रेनिंग पर सालाना एक अरब डॉलर खर्च करने चाहिए। इसके लिए विश्व भर से बहुत काबिल दस हजार रिटायर्ड टीचर्स बुलाने होंगे।
2.5 लाख प्राइमरी और 2.5 लाख सेकेंडरी के ट्रेंड टीचर्स मिलेंगे
नारायणमूर्ति के अनुसार इससे 2500 ट्रेन द टीचर्स कॉलेज खोलने होंगे। ताकि हमारे टीचर्स साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स में बेहतर तरीके से ट्रेंड हो सकें। 4 टीचर्स का सेट एक वर्ष में 100 प्राइमरी और 100 सेकेंडरी टीचर्स को ट्रेनिंग दे सकता है। इस प्रक्रिया से सालाना 2.5 लाख प्राइमरी और 2.5 लाख सेकेंडरी के ट्रेंड टीचर्स मिलेंगे।
ट्रेनिंग प्रोग्राम एक वर्ष का होना चाहिए
नारायणमूर्ति ने यह भी कहा कि हालांकि यह कोर्स ही काफी नहीं होगा। यह ट्रेनिंग प्रोग्राम एक वर्ष का होना चाहिए। इंफोसिस फाउंडर ने ये बातें बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं।
भारत में तरह-तरह के सुझाव आते हैं
भारत में तरह-तरह के सुझाव आते हैं। और मुझे यकीन है कि हमारे पास विशेषज्ञों का एक समूह है जो उन सुझावों का विश्लेषण करेगा। यदि यह सार्थक पाया गया तो वे इसे आगे बढ़ा सकते हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि इन सभी सुझावों का स्वागत किया जाना चाहिए। जब तक कि ये देश की भलाई की भावना से दिए गए हों।
हमें कुछ अलग करने की जरूरत है
इंफोसिस के एक अन्य को-फाउंडर और फाउंडेशन के ट्रस्टी बोर्ड के अध्यक्ष एस गोपालकृष्णन ने कहा कि जैसे-जैसे हमारी जीडीपी बढ़ती है, हमें कुछ अलग करने की जरूरत है। हम एक ही रास्ते पर चलकर तरक्की नहीं कर सकते।
सप्ताह में 70 घंटे काम करना चाहिए
नारायणमूर्ति ने एक चौंकाने वाले बयान में कहा था कि युवाओं को कहना चाहिए कि यह मेरा देश है। मैं सप्ताह में 70 घंटे काम करना चाहता हूं। ताकि मेरा देश और अधिक प्रतियोगी बनें।
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