
अहम बातें एक नजर में –
- टी राजा सिंह ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा, रामचंदर राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलों के बाद लिया है यह फैसला.
- राजा सिंह ने कहा, यह फैसला लाखों कार्यकर्ताओं और समर्थकों की निराशा की आवाज है.
- उन्होंने आरोप लगाया कि पर्दे के पीछे से कुछ लोग पार्टी नेतृत्व को गुमराह कर रहे हैं.
- राजा सिंह ने पीएम मोदी, जे.पी. नड्डा और अमित शाह से फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील.
- हिंदुत्व और जनसेवा से जुड़े रहने का वादा, बोले- धर्म और समाज के लिए पहले से ज्यादा ताकत से खड़ा रहूंगा.
Telangana BJP Crisis : तेलंगाना के गोशामहल से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने सोमवार को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. यह खबर उस समय आई जब मीडिया रिपोर्ट्स में रामचंदर राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की खबर थी. इस फैसले को राजा सिंह ने “पार्टी के लिए आत्मघाती” बताया और पार्टी नेतृत्व पर गंभीर सवाल खड़े किए.
क्या है टी. राजा सिंह की नाराजगी का कारण?
दरअसल राजा सिंह ने अपने इस्तीफे में कहा, “रामचंदर राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का निर्णय न सिर्फ मुझे, बल्कि लाखों पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को सदमे में डालने वाला है.” साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में कुछ लोग छुपकर पीछे से निर्णय थोप रहे हैं, जिससे केंद्रीय नेतृत्व को भ्रमित किया जा रहा है. अपनी बात को आगे रखते हुए राजा सिंह ने लिखा “यह निर्णय जमीनी कार्यकर्ताओं के त्याग का अपमान है इतना ही नहीं यह पार्टी को एक ऐसे मोड़ पर ले जा कर खड़ा कर रहा है जहां से वापसी का कोई रास्ता नहीं है.”
निजी महत्वाकांक्षा नहीं, कार्यकर्ताओं की आवाज
हालांकि राजा सिंह ने साफ किया कि यह कदम किसी निजी पद या पदलिप्सा के कारण नहीं उठाया गया है. उन्होंने बताया कि, “यह लाखों समर्थकों की पीड़ा और निराशा की आवाज है. कहा कि मैं तीन बार विधायक बना और हमेशा पार्टी के प्रति निष्ठावान भी रहा.”
शीर्ष नेतृत्व से पुनर्विचार की अपील
वहीं दूसरी ओर टी. राजा सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष से फैसले पर दोबारा विचार करने की अपील की. उन्होंने कहा कि भाजपा तेलंगाना में सत्ता के करीब है, लेकिन पार्टी का सही नेतृत्व बेहद जरूरी है.
हिंदुत्व की सेवा में डटे रहेंगे
इस्तीफे देने के बावजूद राजा सिंह ने कहा कि वह हिंदुत्व की विचारधारा और गोशामहल की जनता की सेवा पहले की तरह करते रहेंगे. देखन वाली बात है कि टी राजा का भाजपा से इस्तीफा तेलंगाना की राजनीति में बड़ा बदलाव का संकेत है. पार्टी के अंदरूनी फैसलों को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है. जहां एक तरफ राजा सिंह, रामचंदर राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर नाखुश हैं. वहीं दूसरी और उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर भी सवाल खड़े किए हैं.
यह भी पढ़ें : तेलंगाना फैक्ट्री ब्लास्ट में भीषण धमाका, 10 की मौत – PM मोदी ने किया 2 लाख मुआवजे का ऐलान, जानिए पूरी घटना!
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप