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Uttar Pradesh: सड़क निर्माण में जीरो टॉलरेंस नीति चकनाचूर, महीने भर में सड़क होने लगी रिपेयर, जानें पूरा मामला

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यूपी: भदोही में आये दिन सड़क निर्माण में घोर अनियमितता बरते जाने और अंधेरगर्दी का मामला सामने आ रहा है। भदोही बाईपास ‘रजपुरा चौराहे से नेशनल तिराहे’ तक बनी सड़क लोकार्पण के एक माह के भीतर ही कुछ स्थानों पर टूट गई है। विभाग ने आनन फानन में उसका मरम्मत कराया है। सड़क फावड़े व हाथ से पपड़ी की तरह उखड़ रही है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सरकार का जीरो टॉलरेंस का दावा भदोही में चकनाचूर होता दिख रहा है।

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भदोही में मठाधीश ठेकेदार व विभाग के कर्मचारी और अधिकारी मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के दावे और निर्देशों की खुलेआम हवा निकालते दिख रहे हैं। उखड़ रही सड़क की लंबाई करीब 1.80 किलोमीटर है, जिसका निर्माण 55.44 लाख रुपये से कराया गया है। उद्घाटन करने वाले सपा विधायक ने भी जांच के लिए सीएम को पत्र लिखा है।

वहीं PWD के अधिशासी अभियंता एसबी राव का कहना है कि बीसी व डीबीएम सड़कों में स्लीप के मामले अक्सर आया करते हैं। साफ-सफाई ढंग से न होने और तापमान के चलते ऐसी खामियां आ जाती हैं। ठेकेदार की एक या दो साल की जो जिम्मेदारी होती है, उसे वह ठीक कराता है। जो भी डिफेक्ट आया था, उसे ठेकेदार से सही करा लिया गया है।

एसबी राव, XEN PWD, भदोही

सवाल- लेकिन सवाल उठता है कि क्या एक माह में ही सड़कें खराब होंगीं? क्या खराबी के पीछे सिर्फ तकनीकी गड़बड़ी ही है? आखिर सड़क की सफाई ढंग से न होने के पीछे का जिम्मेदार कौन है? क्या XEN साहब तकनीकी खामी बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं? ऐसे ठेकेदारों और कमीशनखोर अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नही होती?

योगी सरकार का जीरो टॉलरेंस नीति का आदेश और दावा भदोही में अधिकारियों और ठेकेदारों के खुलेआम भ्रष्टाचार के आगे बौना नजर आ रहा है। ठेकेदार व कार्यदायी संस्था सड़क निर्माण के मानकों को ताक पर रख सरकारी खजाने पर डाका डालते दिख रहे हैं। भ्रष्टाचार का ताजा मामला भदोही शहर में बाइपास मार्ग का सामने आया है। करीब 1800 मीटर (पौने दो किमी) लम्बाई वाले बाईपास मार्ग का निर्माण ‘राज्य सड़क निधि योजना’ के अंतर्गत 01 माह पूर्व कराया गया था।

कार्यदायी संस्था लोकनिर्माण विभाग ने सड़क निर्माण में कुल 55.44 लाख रुपये खर्च किया। बीते 27 जनवरी को ही इसका उद्घाटन भदोही सांसद व भदोही विधायक जाहिद बेग ने किया था। एक माह भी नही बीता और सड़क कुछ स्थानों पर हाथ और फावड़े से आसानी से उखड़ने लगी। हो हल्ला होते ही विभाग मरम्मत कराने में भी जुट गया। आसानी से उखड़ रही सड़क का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। वीडियो में आप देख सकते हैं, सड़क पपड़ी की तरह उखड़ रही है।

बड़ा सवाल है कि एक ओर योगी सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश की बात कर रही है, वहीं भदोही में अधिकारी और ठेकेदार मनमानी की इंतेहा पार कर रहे हैं। आखिरकार मोटा माल चापने और कमीशनबाजी का स्तर इतना बढ़ गया है कि सड़क एक माह में ही टूटने लग जा रही है। अनियमितता बरत बनाई गई ऐसी सड़कों के मानक और गुणवत्ता की जांच कर फिटनेस प्रमाणित करने वाले जेई और अधिशासी अभियंता भी सवालों के घेरे में हैं। क्या ठेकेदारों से विभाग और अधिकारियों की मिलीभगत लूट और साठगांठ की गवाही नही दे रहा है।

सपा विधायक जाहिद बेग ने CM को जांच हेतु लिखा पत्र

एक माह पूर्व निर्मित उधड़ रही सड़क का उद्घाटन करने वाले भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग ही निर्माण में जमकर अनियमितता बरतने का आरोप मढ़ते दिख रहे हैं। उन्होंने भदोही बाइपास रोड के अलावा करीब 06 मार्गों के निर्माण में धांधली किये जाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश स्तरीय टीएसी (TAC) जांच कराने हेतु मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखा है।

हाल ही डीएम ने दो सड़कों में पाई थी अनियमितता, JE पर लगाया था जुर्माना

बता दें कि अभी पांच दिन पूर्व ही भदोही के डीएम गौरांग राठी ने सड़क खुदवाकर गुणवत्ता व फिटनेश की जांच अपने सामने कराई थी। जिसमें दो सड़कों को बनाने में अनियमितता मिलने पर एक जेई पर 20 हजार तो एक पर 25 हजार का जुर्माना लगाते हुए जवाब तलब किया था। देखना होगा कि अब इस मामले में डीएम का एक्शन क्या होता है।

रिपोर्ट- रामकृष्ण पाण्डेय (भदोही)

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