ट्विन टावर की जमीन पर मंदिर या नई बिल्डिंग बनाने को लेकर मचा बवाल
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 28 अगस्त को 100 मंजीला जमींदोज करने के बाद अब एक नया मामला छिड़ चुका है। मामला इतना बढ़ने के आसार हैं कि कोर्ट तक जाने की भी नौबत आ सकती है। सुपरटैक को अवैध तरीके से निर्माण किया गया था जिसके गिरने के बाद अब ये सवाल पैदा होने लगा कि आखिर अब उस जमीन का क्या होगा। इस फैसले पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
नई आवासीय परियोजना का हो सकता विकासीयकरण
एक रिपोर्ट में ये बताया गया है कि ट्विन टावर के जमींदोज जमीन पर एक बिल्डर नई आवासीय परियोजना को विकसित कर सकता है। वहीं बिल्डर के खिलाफ कोर्ट जाने वाले एमराल्ड कोर्ट के निवासियों का कहना है कि अगर सुपरटेक वहां एक और आवासीय प्रोजेक्ट पर काम करता है कि तो वे फिर अदालत का रुख करेंगे। एमराल्ड कोर्ट रेजिडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय भान सिंह तेवतिया ने कहा, “बेशक, हम बिल्डर द्वारा इस तरह के किसी भी प्रयास का विरोध करने जा रहे हैं लेकिन जरूरत पड़ने पर हम अदालत का भी दरवाजा खटखटा सकते हैं।
निर्णय लेने के लिए जल्द की जाएगी बैठक
इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बैठक की जाएगी कि इस जमीन का क्या किया जाएगा। हालांकि ट्विन टावर के ध्वस्त होने वाली जगह पर लोगों ने अनेक सुझाव दिए हैं। जिसमें से सबसे पहला सुझाव मंदिर निर्माण का आया है। वहीं एमराल्ड कोर्ट रेजिडेंट्स के एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय भान सिंह तेवतिया ने कहा कि “सोसायटी परिसर के भीतर ट्विन टावर अवैध रूप से बनाए गए थे। उस जगह को हरियाली वाले स्थान के लिए निर्धारित किया गया था। इसमें कोई संदेह नहीं है कि अब हम वहां एक पार्क बनाने जा रहे हैं। वहां एक मंदिर बनाने के लिए भी कई लोगों ने सुझाव दिए हैं। हालांकि, हम सोसाइटी के लोगों की एक बैठक जल्द ही करने वाले हैं। उसी के आधार पर फैसला किया जाएगा।