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सस्ती लोकप्रियता के लिए गिरिराज दे रहे घटिया बयान- उमेश सिंह कुशवाहा

Umesh to Giriraj SIngh

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Umesh to Giriraj Singh: बिहार में जनतादल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बेगूसराय बवाल पर गिरिराज सिंह के बयान पर टिप्पणी की है। उन्होंने बीजेपी के नेता को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये सब सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए है।

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Umesh to Giriraj Singh: ‘भाजपा ने दिया गिरिराज को हिंदू-मुस्लिम झगड़ों का ठेका’

बृहस्पतिवार को उमेश सिंह कुशवाहा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर जोरदार पलटवार किया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अपने शीर्ष नेतृत्व को खुश करने एवं सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए गिरिराज सिंह घटिया किस्म की सांप्रदायिक बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को हिंदू-मुस्लिम के बीच झगड़े का ठेका दिया हुआ है।

Umesh to Giriraj Singh: ‘नीतीश के शासनकाल में नहीं हुए सांप्रदायिक दंगे’

उमेश सिंह ने कहा, वो हमेशा सांप्रदायिक मुद्दों पर इसी तरह की अनर्गल बयानबाजी करते हैं। बिहार महात्मा बुद्ध और गांधी की धरती है। भाजपा के नेताओं द्वारा यहां माहौल बिगाड़ने का प्रयास कभी सफल नहीं होगा। नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार के अंदर एक भी सांप्रदायिक दंगे का रिकार्ड नहीं है। हमारी सरकार सर्वधर्म समभाव और धर्मनिरपेक्षता के मूलमंत्र को आदर्श मानती है।

‘भाजपा ने हिंदू धर्म को बनाया सत्ता हासिल करने का हथकंड़ा’

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के पास विकास का कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए धार्मिक मुद्दों के सहारे ही चुनाव में जीतना चाहती है। भाजपा के नेताओं ने हिन्दू धर्म को सत्ता हासिल करने का हथकंडा बना लिया है। हिन्दू धर्म, शालीनता, सहिष्णुता और भाईचारा का प्रतीक है लेकिन भाजपा समाज के भाईचारे को खत्म करने की कोशिश में जुटी है।

Umesh to Giriraj Singh: ‘भाजपा का फर्जी हिंदू प्रेम बेनकाब’

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा का फर्जी हिंदू प्रेम देश की जनता के सामने बेनकाब हो चुका है। 2024 के चुनाव में महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी, किसानों की बदहाली, महिला सुरक्षा, छोटे व्यापारियों में फैला रोष सहित अन्य जनता से जुड़े गंभीर मुद्दे प्रासंगिक रहेंगे। इसलिए उनके तमाम नेता हार के भय से घबराए हुए हैं।

रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार

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