इस शख्स ने 7 सालों में पकड़े 2500 ज़हरीले सांप, हुआ सम्मानित

जशपुर (Jashpur) जिले में लगातार सर्पदंश (snakebite) के मामले सुनने और देखने को मिलते रहते हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से सर्पदंश के मामलों में कमी देखी गयी है, जिसका कारण लोगों में आई जागरुकता और पत्थलगांव शहर के स्नेक मैन नाम से प्रख्यात बबलू तिवारी और उनकी टीम को माना जा रहा है, जो लगातार जहरीले सांपों को पकड़कर जंगलों में छोड़ते हैं।
आपको बता दें कि पत्थलगांव निवासी 45 वर्षीय बबलू तिवारी बीते 7 सालों से लगातार स्नेक रेस्क्यू करते आ रहे हैं और अबतक 2500 से भी अधिक ज़हरीले सांपों को पकड़कर जंगलों में छोड़ चुके हैं। इस काम के लिए उनकी एक टीम है जो लोगों के एक फोन करते ही बिना किसी शुल्क के महज सेवाभाव से सांप पकड़ने के लिए निकल जाते हैं, दरअसल जशपुर ज़िले एवं पत्थलगाँव शहर व उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में कोबरा, करैत, बैंडेड जैसे तकरीबन 25 ज़हरीले सांप पाए जाते हैं। जिनके काटने से जिले में हर साल औसतन 40 से 50 लोगों की मृत्यु हो जाती है।
ज़हरीले सर्पो को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ने वाले स्नेक मैन बबलू तिवारी ने बताया कि क्षेत्र को नागलोक के नाम से जाना जाता है। नाम के अनुरूप क्षेत्र में 2 दर्जन से भी अधिक जहरीले सांपों की प्रजातियां है। दो प्रजाति में सबसे अधिक घातक कॉमन करैत है। जिसके काटने के बाद मात्र एक मिली ग्राम जहर शरीर में प्रवेश करते ही मौत निश्चित है।
उन्होंने बताया कि करैत की दूसरी प्रजाति बैंडेड करैत है। इसमें जहर कम होता है, यह जल्दी से व्यक्ति को नहीं काटता। जशपुर जिले में कॉमन एवं बैंडेड करैत के अलावा कोबरा, स्पीटिकल, रतनवाईपर, बबुन वाइपर जैसे जहरीले सर्प की प्रजातियां मौजुद है। इन में न्योरोटॉक्सीस जहर होने के कारण उनके काटते ही शरीर मे तेजी से जहर फैलता है, सही समय पर उपचार नहीं मिलने से इंसान की मौत हो जाती है।
सांपों को पकड़कर सुरक्षित जंगलों में छोड़ने एवं लोगों की जान बचाने के लिए बीते दिनों जिला मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान स्नैक रेस्क्यू टीम के बबलू तिवारी को एसपी डी रविशंकर एवं जशपुर विधायक विनय भगत ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। वहीं स्नेक मैन बबलू तिवारी के द्वारा किये जा रहे इस कार्य की सराहना स्थानीय नागरिक भी करते हैं।
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