पंजाब अमृतसर: GNDU के गोल्डन जुबली कन्वेंशन में पहुंचे सीएम मान, कहीं ये बातें
अमृतसर GNDU गोल्डन जुबली कन्वेंशन में आज सीएम भगवंत मान पहुंचे। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. डाॅ. जसपाल सिंह संधू की तरफ से गोल्डन जुबली कंप्यूटर सेंटर का शुभारंभ किया गया। यह सेंटर लड़कियों के होस्टल लंबर एक में खोला गया है।
ਪੰਜਾਬੀ ਮਾਹ ਨੂੰ ਮੁੱਖ ਰੱਖਦੇ ਹੋਏ ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਦੇਵ ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀ, ਸ੍ਰੀ ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ ਸਾਹਿਬ ਵਿਖੇ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸਮਾਗਮ ਤੋਂ CM #BhagwantMann ਜੀ | Live https://t.co/KvBbSjKnOw
— AAP Punjab (@AAPPunjab) November 19, 2022
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन के अधीन सचिव चंद्रप्रभा गौर के अलावा डीन अकादमिक प्रो. एसएस बहल, डीन स्टूडेंट्स वेल्फेयर प्रो. हरदीप सिंह, प्रो. रेणू भारद्वाज, होस्टल वार्डन डॉ. शालिनी बहल आदि भी मौजूद थे।
पंजाब में अमृतसर के GNDU में मां बोली को समर्पित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाबी को प्रमोट करने के लिए पंजाबियों से अपील की है। उन्होंने 21 फरवरी अंतरराष्ट्रीय भाषा दिवस तक पंजाब की हर सरकारी व प्राइवेट शैक्षणिक-गैर शैक्षणिक संस्था को अपना नाम बोर्डों पर पंजाबी में लिखने की हिदायत दी है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने युवाओं को पंजाबी के साथ जुड़ने की अपील की। इसके बाद उन्होंने पंजाब भाषा की तीन किताबों का भी विमोचन किया। इसके बाद पंजाबी को प्रमोट करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया।
21 फरवरी के बाद हो सकती है सख्ती
सीएम भगवंत मान ने अपने संबोधन में कहा कि 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय भाषा दिवस है। अपील करते हैं और सभी इसे अपनी जिम्मेदारी समझें कि संस्था का नाम सबसे ऊपर पंजाबी में लिखा हो। नीचे किसी भी भाषा का प्रयोग किया जा सकता है। 21 फरवरी तक यह काम जरूर कर लें। इसके बाद सरकार खुद करवाएगी।
हर कोई अपनी मात्र भाषा को प्रमोट करता है
सीएम भगवंत मान ने कहा कि आज हर कोई अपनी मां बोली को प्रमोट करता है, लेकिन हम दिल्ली जाते हुए, जैसे ही अंबाला पहुंचते हैं, हमारी बोली हिंदी हो जाती है। यह सही नहीं है। हमें पंजाबी बोलने पर गर्व महसूस करना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं है। अंग्रेजों की मां बोली अंग्रेजी है और हमारी पंजाबी। दोनों अपनी मां बोली में बोलेंगे तो कोई छोटा बढ़ा नहीं होगा।
युवाओं को अपने विचार बड़े करने की अपील
सीएम भगवंत मान ने इस दौरान युवाओं को अपने विचार बड़े करने की अपील की। उन्होंने कहा कि 23 साल की उम्र में जब युवा अपने माता-पिता से मोटरसाइकिल मांग रहे होते हैं। शहीद ए आजम भगत सिंह 23 साल की उम्र में अंग्रेजों से मुलक मांग रहे थे। यही कारण है कि जब तक धरती है, शहीद-ए-आजम को सभी याद रखेंगे। आदमी बढ़ा उम्र से नहीं, अपने ख्यालों से होता है। अपने विचारों को बढ़ा करना सीखो।
युवाओं को अपना टैलेंट ढूंढने का संदेश
सीएम मान ने कहा कि युवाओं को उनकी ताकत याद करवाने की जरूरत है। युवाओं में काफी टैलेंट है। जो मां-बाप अपने बच्चों के लिए बैंक बैलेंस छोड़कर जाते हैं, वे उन्हें सर्कस के शेर बना देते हैं। हमने अपने आप को शेर बनना है। दो दिन भूखे रह लेंगे, लेकिन टैलेंट को उभारना है।