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MADHYA PRADESH: बीएम फार्मेसी कॉलेज की प्रिंसिपल की मौत, छात्र ने जलाया था जिंदा

प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा

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INDORE: बीएम फार्मेसी कॉलेज (BM Pharmacy College) की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा की शनिवार करीब 5 बजे मौत हो गई। विमुक्ता शर्मा को उनके ही कॉलेज के एक पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। जानकारी के अनुसार विमुक्ता शर्मा को बेहद क्रिटिकल कंडीशन में चोइथराम अस्पताल (Choithram Hospital) में भर्ती किया गया था। पांच दिन में विमुक्ता के कई इंटरनल ऑर्गन फेल हो गए थे। इंटरनल ऑरगन्स के काम ना करने के चलते शनिवार को उनकी मौत हो गई

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मार्कशीट के लिए आरोपी ने ली जान

मामले में आरोपी आशुतोष ने फॉर्मा की मार्कशीट के लिए अपनी प्रिंसिपल की हत्या की। इससे पहले आरोपी ने अक्टूबर में प्रोफेसर विजय पटेल को चाकू मार दिया था। हमले के बाद आरोपी को रुकी हुई मार्कशीट अर्जेंट बेसेस पर जारी कराई गई। कॉलेज ने जब मार्कशीट लेकर जाने को कहा तो आरोपी ने शर्त सामने रखी। आरोपी ने स्कूल प्रशासन से पहले चाकूबाजी का केस खत्म करने की मांग रखी। मांग पूरी नहीं होने पर आशुतोष ने प्रिंसिपल को जिंदा जला दिया

घायल प्रिंसिपल अस्पताल में कराया था भर्ती

अग्निकांड के बाद क्रिटिकल कंडीशन में विमुक्ता शर्मा को चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भर्ती कराने के वक्त ही डॉक्टरों ने परिजनों को उनके बचने की संभावना ना के बराबर बताई थी। पांच दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच लड़ रही डॉ. विमुक्ता की मौत हो गई। पांच दिन में डॉ. विमुक्ता के कई इंटरनल ऑर्गन फेल हो गए थे। आखिरी वक्त में उनके फेफड़े और दिल ने काम करना बंद कर दिया था। शनिवार सुबह डॉ. विमुक्ता शर्मा की मौत हो गई

आरोपी छात्र पर हत्या की लगी धारा

मामले की सूचना मिलने के बाद आरोपी छात्र पर रासुका लगाई गई थी। डॉ. विमुक्ता शर्मा की मौत के बाद उसके खिलाफ हत्या की धाराएं भी लगा दी गई। पुलिस केस की जांच रिपोर्ट बना रही है। कोर्ट के सामने आरोपी के खिलाफ फांसी की सजा मांगी जाएगी। एसपी के मुताबिक मामले में लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। एक एएसआई (ASI) को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। फिलहाल एडिशनल एसपी मामले की जांच कर रहे हैं।

बेटी ने दी मां को दिया कंधा

जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव को आनंद नगर स्थित घर लेकर पहुंचे। मृतका की अंतिम यात्रा को उनकी बेटी वेदांशी ने ही कांधा दिया। रीजनल पार्क मुक्तिधाम में पति मनोज शर्मा और बेटी वेदांशी ने डॉ. शर्मा को मुखाग्नि दी। उनकी अंतिम यात्रा में परिजन, रिश्तेदार और छात्र बड़ी संख्या में जमा थे।

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