Madhya Pradesh: एंबुलेंस 3 घंटे तक नहीं मिलने पर पति को ठेले पर रख अस्पताल पहुंची महिला
मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा के विकास मॉडल की चर्चा तो बहुत है, लेकिन इसी विकास मॉडल की एक तस्वीर गुरुवार को सामने आई। इसमें एक महिला अपने बीमार पति को अस्पताल ले जाने के लिए तीन घंटे तक एंबुलेंस सेवा में फोन करती रही, आखिर में जब यह सुविधा नहीं मिली तो वह खुद ही अपने पति को ठेले पर रखकर धक्का लगाते हुए तीन किमी दूर अस्पताल पहुंच गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
चूंकि मध्य प्रदेश में चुनावी बिगुल बज चुका है। इसलिए लोग बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ही यह वीडियो टैग कर सवाल पूछ रहे हैं। मामला छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव का है। यहां रहने वाले हेमंत नागवंशी भोपाल में मज़दूरी करते थे। पिछले दिनों एक हादसे में हेमंत का पैर कट गया था। छिंदवाड़ा के अस्पताल में समुचित उपचार नहीं मिलने की वजह से हेमंत का पैर सड़ने लगा था। गुरुवार को हेमंत की पत्नी गीता पति को अस्पताल ले जाने के लिए सुबह से ही 108 एंबुलेंस सेवा में फोन करती रही।
तीन घंटे तक इंतजार किया, लेकिन जब आखिर तक एंबुलेंस नहीं मिली तो गीता ने खुद ही हिम्मत जुटाई और ठेले पर पति को रखकर धक्का लगाते हुए अस्पताल पहुंच गई। वहीं अस्पताल में पहुंच कर उसने जैसे तैसे पर्चा तो बनवा लिया, लेकिन डॉक्टरों के ना होने से उसे उपचार के लिए भी घंटों तक जूझना पड़ा। गीता को यह परेशानी जुन्नारदेव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपना एंबुलेंस नहीं होने की वजह से आई है।
अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक यहां एक एंबुलेंस विधायक निधि से मिली तो थी, लेकिन उसका संचालन अभी तक नहीं हो पाया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया कि उनकी कोशिश हर मरीज को एंबुलेंस सेवा देने की है, लेकिन वाहन ही नहीं हैं तो दिक्कत आएगी ही। बता दें कि छिंदवाड़ा के विकास मॉडल का कांग्रेस खूब प्रचार करती है। यहां 44 साल तक कांग्रेस का प्रभाव रहा है। जबकि 18 साल से बीजेपी भी सत्ता में है। इसी मॉडल कर प्रचार कर वर्ष 2018 में कांग्रेस नेता कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे। बीजेपी भी हमेशा छिंदवाड़ा में विकास कार्यों को गिनाते नहीं थकती।
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