Khandwa Crime News: आदिवासी संगठन ने किया विरोध प्रदर्शन, पुलिस को ऐसे पढ़ाया कानून का पाठ
Khandwa Crime News: मध्य प्रदेश के खंडवा (Khandwa) के खालवा में आदिवासी युवक की हत्या कर आरोपियों के घर के सामने अंतिम संस्कार करने का मामला तूल पकड़ते नजर आ रहा है। इस सिलसिले में अब आदिवासी संगठन जयस के समर्थन से अलग अलग जिलों से आए सेकड़ों आदिवासियों ने खंडवा के एसपी ऑफिस का घेराव किया। खंडवा के खालवा में हुए हत्याकांड मामले में पुलिस ने दोनों ही पक्षों पर अलग अलग धाराओं में केस दर्ज किया है। इस मामले में शनिवार को बड़ी संख्या में आदिवसी समाज जयस के समर्थन में लोग खंडवा में इक्कठे हुए। आदिवासी समाज और जयस पदाधिकारियों का कहना है कि पुलिस ने हमारे समाज के लोगों पर नियम विरुद्ध केस दर्ज किया है।
आदिवासी समाज ने पुलिस को पढ़ाया कानून का पाठ
आदिवसी समाज के लोगों ने हाथ में संविधान और आईपीसी सीआरपीसी की किताब लेकर कानून का हवाला देते हुए पुलिस को ही कानून का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। आदिवासी नेता दयाराम ने एडिशनल एसपी से कहा कि आपने भारतीय दंड संहिता की धारा 141 का उल्लंघन किया है। आपके खिलाफ धारा 124 ए के तहत देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हो सकता है। खालवा क्षेत्र अनुसूचित क्षेत्र है। यहां हमारा अधिकार चलता है। न की लोकसभा, न विधानसभा और न ही राज्यसभा की। ये सबसे बड़ी ग्राम सभा है। उन्होंने 51 लाख रुपये मुआवजा देने और हत्या के आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की।
बताते है क्या है पूरा मामला
बता दें कि पांच दिन पहले खालवा के गांव कोठा में आदिवासी युवक फुलचंद के साथ गांव के ही कुछ लोगो ने मारपीट की थी। इसके बाद अस्पताल ले जाते समय फूलचंद ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद से लगातार आदिवासी समाज के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हत्या वाले दिन लोगों ने पहले चक्काजाम किया। उसके बाद आरोपियों के घर के सामने ही मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने आदिवासी युवक की हत्या करने वाले नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है। वहीं हत्या के आरोपियों के घर के आंगन में आक्रोशित लोगों के द्वारा मृतक का अंतिम संस्कार किए जाने के मामले में भी पुलिस ने 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिनमें से 5 को गिरफ्तार किया है।
आदिवसी समाज ने सभा कर निकाली रैली
आदिवसी समाज के लोगों ने यहां पहले सभा की और फिर रैली निकाली। उसके बाद एसपी ऑफिस पहुंचे। जहां उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया तो वो सड़क जाम कर वहीं बैठ गए। इसके बाद वो लोग एसपी से मिलने की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान आदिवसी नेता संविधन और आईपीसी सीआरपीसी की पुस्तक लेकर पुलिस अधिकारियों को कानून का पाठ पढ़ने लगे। आदिवासी समाज के लोगों ने 5 दिन में मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। दरसल 100 लोगों पर दर्ज केस को वापस लेने की मांग की गई है।
एसपी का इस मामले पर क्या है कहना
खंडवा एडिशनल एसपी सीमा अलावा का कहना है कि आदिवासी युवक की हत्या के आरोप में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। ये मामला अभी विवेचना में है। वहीं मृतक का शव आरोपियों के घर के सामने रखकर उसका अंतिम संस्कार करने के मामले में 100 से ज्यादा लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। उसी के विरोध में ये ज्ञापन दिया गया है। हमने ज्ञापन ले लिया है और इसकी जांच की जाएगी।
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