
आगरा से मिली सूचना के आधार पर बुधवार को एंटी नारकोटिक्स(Anti narcotics) टीम ने चरस(Hashish) की एक बड़ी खेप बरामद की है। टीम को यह सफलता यमुना एक्सप्रेस-वे के मथुरा टोल प्लाजा पर तब मिली जब वह एक टाटा सफारी कार की चेकिंग कर रही थी। बताया गया कि ये चरस नेपाल से लाई जा रही थी और इसे लखनऊ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली में अवैध रूप से पहुंचाया जाना था। आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं। पुलिस ने कार से चेकिंग में 50 किलो चरस बरामद की है। बरामद चरस की बाजार में कीमत करीब 3 करोड़ रुपये है। सभी आरोपी बाराबंकी के रहने वाले हैं।
पुलिस को देख भागने लगे तस्कर
जब चेकिंग के लिए सफेद रंग की टाटा सफारी को रुकवाया गया तो कार सवारों ने गाड़ी को भगाने का प्रयास किया। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर कार और उसमें सवार चारों आरोपियों को पकड़ लिया।
पहियों के मडगार्ड में छिपा रखी थी चरस
कार के मडगार्ड को चेक किया गया। मडगार्ड पर विशेष रूप से एक कवर लगाकर बॉक्स बनाया गया था। इसमें चरस रखी गई थी। आरोपियों में मोहम्मद शाहिद, नूर अहमद, नूर आलम निवासी चमरौली, दरियाबाद-बाराबंकी और आबिद निवासी टिकैत नगर बाराबंकी हैं। आबिद सरगना है। पूछताछ में पता चला कि वह नेपाल के नशे के सिंडिकेट से जुड़े हैं। नेपाल के तस्कर इन आरोपियों को बिहार के चंपारण में चरस सप्लाई करते थे। वहां से आरोपी देश के अन्य स्थानों पर इनकी सप्लाई करते थे।