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हरियाणा के हर जिले में 1 जुलाई से शुरू किया गया डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा

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हरियाणा के जिले भर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई तरह के अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत वहां के सीएमओ वीरेंद्र यादव ने बताया कि गुरुग्राम जिला में बाल मृत्यु दर में कमी लाने व डायरिया को नियंत्रित करने के लिए अभियान चलाया। बता दें चलाए गए इस अभियान का उद्देश्य से बच्चों को ओआरएस घोल पिलाने और जिंक टेबलेट खिलाने समेत स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए 01 जुलाई से डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा की शुरूआत किया गया है।

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स्वास्थ्य विभाग डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजित

बता दें जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव ने पूरे अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि बदलते मौसम के कारण वातावरण में गर्मी व उमस बढ़ने से डायरिया यानी अतिसार का प्रकोप बढ़ने की संभावना बनी रहती है। इन्ही कारणों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहीं वीरेंद्र यादव ने बताया कि जिला में डायरिया नियंत्रण पखवाड़े को सफल बनाने व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के लिए स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है।

इसी के साथ उन्होंने कहा कि बाल्यावस्था में 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में डायरिया का होना एक आम बात है। जिसके चलते कई बार बच्चे की मृत्यु भी हो जाती है। इस बीमारी का एकमात्र उपचार ओआरएस घोल एवं जिंक की गोली है। जिसके माध्यम से बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि पखवाड़े में ऐसे परिवारों को चिह्नित कर विशेष ध्यान देने को कहा गया है, जिनमें 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे पखवाड़े के दौरान दस्त रोग से ग्रसित हो जाते है। इसी के साथ उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सभी गुरुग्रामवासी जिला में चलाए जाने वाले उपरोक्त अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर इसे सफल बनाने में सहयोग करें।

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