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युवराज सिंह के पिता ने धोनी पर  लगाया आरोप, कहा- युवी की पोजीशन हड़प ली…

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युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने धोनी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने जानबूझकर वर्ल्ड कप फाइनल में युवी की पोजीशन हड़प ली। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर माही की अक्सर आलोचना होती रही है। किन्तु हकीकत है सचिन तेंदुलकर के कहने पर महेंद्र सिंह धोनी 2011 वर्ल्ड कप में युवराज से पहले खेलने उतरे थे।

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इस आरोप के बीच सचिन तेंदुलकर ने खुलासा किया है कि फाइनल में श्रीलंका के पास मुथैया मुरलीधरन और सूरज रणदीव के तौर पर 2 क्वालिटी स्पिनर्स थे। ऐसे में जरूरी था कि मैदान पर लेफ्ट हैंड और राइट हैंड बल्लेबाजों का कॉम्बिनेशन बरकरार रहे, ताकि रन बटोरने में आसानी हो। सचिन तेंदुलकर ने कहा कि उस वक्त गौतम गंभीर शानदार लय में बल्लेबाजी कर रहे थे और गौती के साथ स्ट्राइक रोटेट करने के लिए धोनी जैसा ही खिलाड़ी चाहिए था।

यह खबर धोनी तक सचिन ने वीरेंद्र सहवाग के जरिए भिजवाई थी। फाइनल में आउट होने के बाद सचिन और सहवाग एक साथ हाथ जोड़कर कमरे में बैठे हुए थे और जीत की प्रार्थना कर रहे थे। सचिन ने तय किया था कि जब तक भारत मैच नहीं जीत जाएगा, वह अपनी जगह नहीं छोड़ेंगे। महेंद्र सिंह धोनी ने सचिन तेंदुलकर के कहने पर वर्ल्ड कप फाइनल में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी की थी।

परिस्थितियों के हिसाब से सचिन का आंकलन सही निकला। माही ने 79 गेंद पर 8 चौकों और 2 छक्कों के साथ 91* रन बनाकर टीम इंडिया को विश्व विजेता बना दिया। सचिन तेंदुलकर छठा वर्ल्ड कप खेल रहे थे और उन्हें हालात का बेहतर अंदाजा था। सचिन युवराज के अच्छे दोस्त हैं लेकिन टीम हित में उन्होंने धोनी को पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा। इसके पीछे कोई गलत इरादा नहीं था। सचिन तेंदुलकर की क्रिकेट की समझ और पारखी नजर को सलाम।

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