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ऐसा कौन खिलाड़ी है जो IPL 2023 में पर्पल कैप के साथ अधिक डॉट बॉल फेंकने वाला गेंदबाज बना?

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टीम इंडिया की टी-20 इंटरनेशनल टीम से ड्रॉप कर दिए गए मोहम्मद शमी ने 28 विकेट के साथ IPL 2023 का पर्पल कैप जीत लिया। मोहम्मद शमी के आगे दुनिया का बड़े से बड़ा बल्लेबाज भी टिक नहीं पाया।

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IPL की मेगा नीलामी में GT फ्रेंचाइजी ने शमी को 6.25 करोड़ रुपये खर्च कर शामिल किया था। हाल के दिनों में उन्होंने सीमित ओवरों के क्रिकेट में असाधारण प्रदर्शन किया है। वह पावरप्ले के अलावा डेथ ओवर्स में भी शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं।

मोहम्मद शमी ने IPL 2023 में 2 बार 4 विकेट हॉल लिए हैं। 8.03 इकोनामी से गेंदबाजी करते हुए 11 रन देकर 4 विकेट हासिल करना मोहम्मद शमी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के बाद से मोहम्मद शमी को T-20 इंटरनेशनल में अवसर नहीं दिया गया है। शमी की बढ़ती उम्र और खराब प्रदर्शन को आधार मानकर यह निर्णय लिया गया है। ऐसे में जवाब मोहम्मद शमी ने जुबान से नहीं, प्रदर्शन से दिया। खौफनाक गेंदबाजी के बूते विरोधियों को खामोश कर दिया।

IPL में सबसे अधिक डॉट बॉल फेंकने वाले गेंदबाज

मोहम्मद शमी इस IPL में सबसे अधिक डॉट बॉल फेंकने वाले गेंदबाज भी रहे। उन्होंने इस सीजन में कुल 192 ऐसी गेंदें फेंकी, जिनपर बल्लेबाज कोई रन नहीं बना पाए। 32 साल के मोहम्मद शमी 2013 से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग IPL में हिस्सा ले रहे हैं।

शमी अब तक लीग में 4 टीमों की ओर से खेल चुके हैं। 110 IPL मैचों में मोहम्मद शमी ने 26.80 की गेंदबाजी औसत और 8.44 की इकॉनमी से 127 विकेट अपने नाम किए हैं। शमी ने IPL में 404.2 ओवर यानी 2420 गेंदें डालते हुए 3404 रन दिए हैं।

मोहम्मद शमी ने इस IPL बल्लेबाजों के लिए अनुकूल विकेट पर भी सटीक लाइन लेंथ, पेस और स्विंग से विकेट चटकाए। जहां अधिकतर तेज गेंदबाज संघर्ष करते हुए नजर आए, वहां मोहम्मद शमी ने बैटर्स को तारे दिखाए। मोहम्मद शमी ने अपने प्रदर्शन से फिर एक दफा साबित कर दिया कि आज भी वह टीम इंडिया के नंबर वन तेज गेंदबाज हैं।

IPL करियर में सबसे ज्यादा विकेट

मोहम्मद शमी ने अपने IPL करियर में सबसे ज्यादा विकेट इसी सीजन में लिए हैं। इससे पहले उन्होंने IPL 2020 और IPL 2022 में 20-20 विकेट लिए थे। मोहम्मद शमी पर्पल कैप जीतने वाले सिर्फ सातवें भारतीय खिलाड़ी हैं। उनसे पहले आरपी सिंह (2009), प्रज्ञान ओझा (2010), मोहित शर्मा (2014), भुवनेश्वर कुमार (2016 और 2017), हर्षल पटेल (2021) और युजवेंद्र चहल (2022) यह कारनामा कर चुके हैं।

मोहम्मद शमी के साथ बड़ी विडंबना यह रही है कि कभी उनकी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं हुआ। जिस वक्त वह अपने करियर के पीक पर हैं, उस वक्त उन्हें टी-20 फॉर्मेट से ड्रॉप करना सरासर अन्याय है। उम्मीद है कि चयनकर्ता मोहम्मद शमी के प्रदर्शन पर गौर फरमाएंगे। हमें T-20 इंटरनेशनल में हिंदुस्तान के लिए गेंदबाजी करते हुए मोहम्मद शमी आगे भी नजर आएंगे।

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