Smriti Mandhana: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सुपरस्टार खिलाड़ी
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना को बचपन से अखबार में अपना नाम छपवाने का बड़ा शौक था। लेकिन अखबार में नाम छपवाने के लिए तो कुछ बहुत अच्छा करना होता है और उन्हें उस छोटी सी उम्र में जो सबसे अच्छा आता था, वह था- क्रिकेट!!
बस फिर क्या था, स्मृति ने मन में ठान लिया कि अखबार में नाम छपवाने का कोई जरिया है तो वह है क्रिकेट!! उसके बाद तो स्मृति ने क्रिकेट को अपना जुनून बना लिया। लेकिन इतनी कम उम्र में उन्होंने क्रिकेट सीखा कहां से? कहते हैं न कि एक बच्चा सबसे पहले और सबसे बेहतर तरीके से चीजें अपने घर से ही सीखता है!
स्मृति मंधाना के साथ भी कुछ ऐसा ही था। स्मृति ऐसे परिवार से आती हैं जिसका क्रिकेट से गहरा रिश्ता रहा है। उनके पिता और भाई सांगली के लिए जिला स्तर पर क्रिकेट खेल चुके हैं। उनके भाई, श्रवण मंधाना महाराष्ट्र अंडर-16 में भी खेल चुके हैं। बचपन में जब भी उनके भाई क्रिकेट खेलने जाते, स्मृति भी उनके पीछे-पीछे निकल पड़तीं।
स्मृति पढ़ाई के बाद खेल के लिए किसी न किसी तरह समय निकाल ही लेती थीं। वह रोज़ सुबह प्रैक्टिस करने के बाद स्कूल जाती थीं, फिर वापस आकर शाम को भी नेट में प्रैक्टिस करतीं थी। क्रिकेट के लिए उनके परिवार का साथ और कुछ बड़ा कर दिखाने का जुनून ही था, जिसकी वजह से वह 9 साल की उम्र में अंडर-15 महाराष्ट्र की तरफ से खेलने लगीं।
देखते ही देखते उनके खेल से सब इतने प्रभावित हुए कि 11 साल की उम्र में उनको अंडर- 19 स्टेट टीम में जगह मिल गई। अखबार में नाम छपवाने की एक बच्ची की छोटी सी चाह को जब परिवार का साथ और कुछ कर दिखाने का ज़ज्बा मिला, तो देश को स्मृति मंधाना जैसी खिलाड़ी मिली!