साउथ अफ्रीका ने जीता मैच लेकिन दिल जीत ले गए महमूदुल्लाह रियाद

मैच जरूर साउथ अफ्रीका ने जीता, लेकिन मोहम्मद महमूदुल्लाह रियाद ने फैंस का दिल जीत लिया। कुछ लड़ाइयां जीतने के लिए नहीं लड़ी जातीं, बल्कि यह बताने के लिए लड़ी जाती हैं कि कोई था जो लड़ रहा था। टीम घुटनों पर नहीं आई थी। टॉस जीतकर साउथ अफ्रीका ने पहले खेलते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 382 का पहाड़ सा स्कोर बना दिया था।
क्विंटन डी कॉक का आखिरी वर्ल्ड कप
अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे क्विंटन डी कॉक ने 174 रनों की मैराथन पारी खेली थी। यहां से बांग्लादेश के जीत की संभावना काफी कम थी, लेकिन इतना यकीन था कि यह एशियाई टीम बगैर लड़े हथियार नहीं डालेगी। सिर्फ एक बैटर को छोड़कर बांग्लादेश के तमाम दूसरे बल्लेबाजों ने भरोसे को गलत साबित कर दिया।
महमूदुल्लाह की एंट्री
बांग्लादेश की तरफ से दूसरा टॉप स्कोर लिटन दास का रहा, जिन्होंने 44 गेंद पर 22 रन की पारी खेली। तंजीद ने 12, नजमुल हुसैन शांतो गोल्डन डक, कप्तान शाकिब 1 और मुशफिकुर रहीम 8 रन बनानर चल पड़े। बांग्लादेश शर्मनाक हार की तरफ बढ़ रहा था। जब 12वें ओवर की चौथी गेंद पर स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 42 रन था, तब मैदान पर महमूदुल्लाह की एंट्री हुई। यहां से बांग्लादेश 100 रन पूरा करता हुआ भी नजर नहीं आ रहा था।
क्रिकेट प्रेमी शायद ही कभी भूल पाए
महमूदुल्लाह ने जो किया, उसे कोई सच्चा क्रिकेट प्रेमी शायद ही कभी भूल पाएगा। लिटन दास के साथ 19 गेंद पर 16 रन जोड़े थे, लिटन चलते बने। स्कोर 58 पर 5 आउट। मेहंदी हसन मिराज के साथ 42 गेंद पर 23 रन जोड़े गए थे, मिराज भी आउट। स्कोर 81 पर 6 विकेट। अब बांग्लादेश के गेंदबाज बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आ रहे थे।
क्रिकेट इतिहास सिर्फ एक खिलाड़ी
टेल एंडर्स के साथ बल्लेबाजी करने के लिए क्रिकेट इतिहास सिर्फ एक खिलाड़ी को जानता है, महेंद्र सिंह धोनी। माही ने कई बार टेल एंडर्स के साथ मिलकर भारतीय टीम को संकट से बाहर निकाला है। टेल एंडर्स के साथ बैटिंग करना बेहद मुश्किल होता है। अक्सर विपक्षी टीम गेंदबाजों को एक छोर से आउट करती जाती है और दूसरे छोर पर सेट बल्लेबाज खड़ा रह जाता है।
वर्ल्ड कप इतिहास में 6 शतक
महमूदुल्लाह ने सातवें विकेट नसुम अहमद के लिए 39 गेंद पर 41 रन जोड़े। 8वें विकेट के लिए हसन महमूद के साथ 49 गेंद पर 32 रन जोडकर टीम को डेढ़ सौ के पार पहुंचाया। बीच में एक बाउंसर महमूदुल्लाह सिर पर लग गया था। महमुदुल्लाह को तकलीफ जरूर हुई, लेकिन उन्होंने मैदान नहीं छोड़ा। बांग्लादेश के लिए वर्ल्ड कप इतिहास में 6 शतक आए हैं, जिनमें से 3 अकेले महमूदुल्लाह ने लगाए हैं।
महमूदुल्लाह की कमाल की बल्लेबाजी
जेराल्ट कूट्जी के 46वें ओवर की चौथी धीमी गेंद पर महमूदुल्लाह लॉन्गऑफ को कैच दे बैठे। इसके पहले उन्होंने नवें विकेट के लिए प्रॉपर गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान के साथ 54 गेंद पर 68 रनों की साझेदारी की। बांग्लादेश की पूरी टीम 46.4 ओवर में 233 पर आउट हो गई और 149 रन से मैच हार गई। हार का अंतर 250 से ज्यादा होता, अगर महमूदुल्लाह ना टिके होते। महमूदुल्लाह ने 111 गेंद पर 11 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 111 रनों की पारी खेली।