पूर्व मुख्यमंत्री के सबसे करीबी संजय राउत ने बताए अपने जेल के अनुभव
महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर से नया रंग घुलता नजर आ रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि उद्धव ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के सबसे करीबी संजय राउत ने जेल से निकलने के बाद आपबीती सुनाई। उनकी बातें सुर्खियों में तब आ गईं जब उन्होंने एक मीडिया संस्थान से बातचीत करते हुए कहा जेल में रहने के दौरान उनका वजन 10 किलो कम हो गया. उन्हें ‘अंडा सेल’ में रखा गया था, जहां उन्हें 15 दिनों तक धूप देखने को नसीब नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि जेल की फ्लडलाइट्स के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण अब मेरी नजर कमजोर हो गईं हैं बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक विशेष अदालत से जमानत मिलने पर राउत अभी जेल से बाहर आए हैं।
राउत बोले- मैं युद्ध बंदी हूं
राउत ने दावा किया कि नजर कमजोर होने के कारण अब मुझे पढ़ने और देखने में परेशानी हो रही है। मुझे सुनने और बातचीत करने में भी कठिनाई होती है। लेकिन कोई बात नहीं, मुझे यह सब सहना पड़ा। खुद को ‘युद्ध बंदी’ बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह उनके (भाजपा) सामने आत्मसमर्पण कर देते या मूक दर्शक बने रहते तो उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि मैं खुद को युद्ध बंदी कहता हूं, सरकार सोचती है कि हम उनके साथ युद्ध में हैं।