प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव का यह पावन-पुनीत अवसर आप सबके जीवन में नई चेतना और नया उत्साह लेकर आए : पीएम मोदी

Ram Navami 2025 :

प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव का यह पावन-पुनीत अवसर आप सबके जीवन में नई चेतना और नया उत्साह लेकर आए : पीएम मोदी

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Ram Navami 2025 : अयोध्या के रामलला के मंदिर में रामनवमी के अवसर पर सुबह 6 बजे से दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया है। यह रात 11 बजे तक जारी रहेगा। इस दौरान रामलला का अभिषेक श्रृंगार राग-भोग आरती व दर्शन का सिलसिला एक साथ चलेगा।

आज देशभर में धूमधाम से रामनवमी मनाई जा रही है। रामनवमी के अवसर पर अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। बता दें कि श्री राम जन्मभूमि दर्शन मार्ग को फूलों से सजाया गया है। श्रद्धालु पावन स्नान के लिए सरयू नदी के तट पर पहुंच रहे हैं। साथ ही चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन यानी रामनवमी के पावन अवसर पर श्रद्धालु हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए उमड़ रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं दीं।

सभी देशवासियों को रामनवमी की ढेरों शुभकामनाएं : पीएम मोदी

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा सभी देशवासियों को रामनवमी की ढेरों शुभकामनाएं। प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव का यह पावन-पुनीत अवसर आप सबके जीवन में नई चेतना और नया उत्साह लेकर आए जो सशक्त समृद्ध और समर्थ भारत के संकल्प को निरंतर नई ऊर्जा प्रदान करे। जय श्रीराम!’

उसी समय सूर्य तिलक भी होगा

इस साल रामनवमी के दिन जब अयोध्या में रामलला का जन्मोत्सव मनाया जाएगा ठीक उसी समय सूर्य तिलक भी होगा। तीन शुभ योग रवि योग सर्वार्थसिद्धि योग व सुकर्मा में रामलला का सूर्य तिलक किया जाएगा। इस अवसर से पहले बीते शनिवार को लगातार तीसरे दिन सूर्य तिलक का सफल ट्रायल किया गया। शनिवार की दोपहर ठीक 12 बजे सूर्य की किरणों ने रामलला के मस्तक को आलोकित किया और यह प्रक्रिया लगभग चार मिनट तक चली।

रिफ्लेक्टर और लेंस स्थापित किए गए हैं

बता दें कि रविवार यानी आज सूर्य तिलक की प्रक्रिया चार मिनट तक चलेगी। इसके लिए मंदिर के ऊपरी तल पर रिफ्लेक्टर और लेंस स्थापित किए गए हैं। ताकि सूर्य की किरणें सटीक रूप से रामलला के ललाट पर पहुंच सकें। सूर्य की रोशनिया लेंस के माध्यम से दूसरे तल के मिरर पर पहुंचेंगी और फिर इन किरणों का टीका 75 मिलीमीटर के आकार में रामलला के ललाट पर दैदीप्तिमान होगा। यह प्रक्रिया सूर्य की गति और दिशा पर निर्भर करेंगी।

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