कौन होगा असली शिवसेना का हकदार ? 27 तारीख तक टली Supreme Court की सुनवाई

एक बार फिर से महाराष्ट्र की सियासत में नए तरह का रंग घुलने लगा है। आपको बता दें वहां की राजनीति में उच्च न्यायालय में भी एंट्री मार दी है। यह मामला चुनाव आयोग के विचाराधीन है, लेकिन असली शिवसेना का सवाल सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। शीर्ष अदालत ने आज कहा है कि वह मामले में 27 सितंबर पर गहनता से विचार करेगी।
शिवसेना पर किसका होगा राज?
अब तक कि मिली जानकारी के हिसाब से महाराष्ट्र के सीएम का गुट खुद को असली शिवसेना बात रहा है। जिसके चलते राजनीतिक घमासान में तेजी से उवाल देखने को मिल रहा है। इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज संक्षिप्त सुनवाई भी की है। बात यहाँ पर पहुंची है कि आखिर असली शिवसेना किसकी है। इस पर राजनीतिक हवाएं तेज हैं। शिंदे गुट ने आयोग से गुहार लगाते हुए कहा है कि क्योंकि उसके पास पार्टी के अधिकतर सांसदों व विधायकों का समर्थन है, इसलिए पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘धनुष व तीर‘ उसे मिलना चाहिए।
उधर दूसरी ओर उद्धव ठाकरे का कहना है कि पार्टी की नींव उनके पिताजी ने रखी थी। तो सीधे तौर पर पार्टी का अधिकार उनका है। बड़े ही तीखे अंदाज में उन्होंने कहा कि शिवसेना उनकी थी उनकी है और उनकी रहेगी। उन्होंने जैसे ही ये शब्द बोले तुरंत ही सोशल मीडिया पर मानों राजनीतिक भूचाल आना शुरू हो गया। अब ये तो आने वाला समय बताएगा कि आखिर शिवसेना किसकी होगी।