जब सिद्धू ने पकड़ी अरविंद केजरीवाल की राह, शिक्षकों के साथ दिया धरना

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों के साथ धरने पर बैठ गए। ये शिक्षक दिल्ली सरकार से उनकी नौकरी स्थायी करने की मांग कर रहे हैं।
धरने पर बैठै कांग्रेस नेता और पंजाब प्रदेश अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, दिल्ली मे शिक्षकों की हालत बंधुआ मजदूर और दिहाड़ी मजदूरों की तरह काम कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा जैसे भाषण वो दूसरों को देते हैं वैसा उन्हें खुद करके दिखाना चाहिए।
शिक्षकों का बंधुआ मजदूरों जैसा हाल- सिद्धू
लगातार ट्वीट के हवाले से निशाना साधते हुए सिद्धू ने लिखा, “अरविंद केजरीवाल जी…दिल्ली स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि उनके साथ बंधुआ मज़दूर और दिहाड़ी मजदूर जैसा बर्ताव होता है, हर दिन भुगतान किया जाता है, छुट्टियों या वीकेंड के लिए कोई भुगतान नहीं, कॉन्ट्रैक्ट की कोई गारंटी नहीं, बिना नोटिस के हटा दिया जाता है।”
सिद्धू ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल को लेकर पर भी दिल्ली सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ये वही शिक्षा मॉडल है जिसे आम आदमी पार्टी पंजाब में अपनी उपलब्धि के तौर पर पेश कर रही है।
दिल्ली के शिक्षा पैटर्न होगा इस्तेमाल- सीएम केजरीवाल
हाल ही में पंजाब के दौरे पर गए दिल्ली के सीएम ने कहा था कि दिल्ली की तर्ज पर राज्य में उच्च शिक्षा प्रदान की जाएगी। राजधानी में अपनाए गए पैटर्न के आधार पर पंजाब में भी छात्रों को ‘मुफ्त’ और ‘उच्च गुणवत्ता’ वाली शिक्षा मिलेगी।
पिछले पांच सालों में दिल्ली में बेरोजगारी दर बढ़ा- सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू ने हमला जारी करते हुए आगे कहा, “साल 2015 में दिल्ली में शिक्षकों की 12,515 वैकेंसी थीं, लेकिन 2021 में 19,907 वैकेंसी हैं। जबकि AAP सरकार गेस्ट लेक्चरर्स के जरिए खाली पदों को भर रही है। 2015 के घोषणापत्र में आपने दिल्ली में 8 लाख नई नौकरियों और 20 नए कॉलेजों का वादा किया था, नौकरियां और कॉलेज कहां हैं? आपने दिल्ली में सिर्फ 440 नौकरियां दी हैं। पिछले पांच साल में दिल्ली की बेरोज़गारी दर लगभग 5 गुना बढ़ गई है।’’
पक्के किए जाएंगे स्थायी कर्मचारी- केजरीवाल
नवंबर के अंत में मोहाली में रेगुलाइजेशन को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों के साथ अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए थे। तब आप ने दावा किया था कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद वो कॉन्ट्रैक्चुअल शिक्षकों और बाकी कर्मचारियों को पक्का करेंगे।
स्कूलों का बुनियादी ढांचा कमजोर- मनीष सिसोदिया
इसके अलावा 1 दिसंबर को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी रूपनगर ज़िले के चमकौर साहिब के स्कूलों का दौरा किया था। गौरतलब है कि चमकौर साहिब पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का निर्वाचन क्षेत्र है। अपने दौरे के दौरान सिसोदिया ने कहा था कि स्कूलों का बुनियादी ढांचा खराब है।