Advertisement

स्वतंत्र देव सिंह: यूपी में जिस जगह पर गए, वहां कमल खिल गया

स्वतंत्र देव सिंह
Share
Advertisement

स्वतंत्र देव सिंह वर्तमान में उत्तर प्रदेश में बीजेपी के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वे उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन, प्रोटोकॉल एवं ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रह चुके हैं। 16 जुलाई 2019 को वो बीजेपी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नियुक्त किए गए।

Advertisement

स्वतंत्र देव सिंह मिर्जापुर जनपद के रहने वाले हैं। उनका जन्म 13 फरवरी 1964 को हुआ था। उनकी माता का नाम रामा देवी और पिता का नाम अल्लर सिंह था। उनकी की शादी झांसी के सिगार गांव में हुई थी।

भले ही स्वतंत्र देव सिंह का जन्म मिर्जापुर के गांव में हुआ लेकिन उन्होंने अपनी कर्मभूमि बुंदेलखंड को बनाया। बुंदेलखंड से ही उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की और अब पूरे प्रदेश में उनका डंका बजता है। बता दें कि स्वतंत्र देव के घर में पहले कोई राजनीतिक परिवेश नहीं था।

बचपन में स्वतंत्र देव सिंह की पारिवारिक स्थिति बहुत ही खराब थी। लेकिन बाद में जब उनके बड़े भाई श्रीपत सिंह की नौकरी लगी तो उन्हें बड़े भाई ने अपने साथ जालौन ले आए। यहीं से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और राजनीति में कदम रखा।

अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत स्वतंत्र देव सिंह ने छात्र राजनीति से की। उन्होंने उरई मुख्यालय स्थित डीवीसी कॉलेज से छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गए। बाद में 1986 में आरएसएस से जुड़कर स्वयंसेवक के रूप में संघ का प्रचार-प्रसार करने प्रारंभ किया।

बाद में 1988-89 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में संगठन मंत्री के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। 1991 में भाजपा कानपुर के युवा शाखा के मोर्चा प्रभारी बने। बाद में स्वतंत्र देव सिंह 1994 में बुंदेलखंड के युवा मोर्चा के प्रभारी के नियुक्त किये गए। यहीं से वे विशुद्ध रूप से राजनीति में पदार्पण किया।

उसके बाद 1996 में उन्हें युवा मोर्चा का महामंत्री बनाया गया। 2001 में वे भाजपा के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए। 2004 में स्वतंत्र देव सिंह बुंदेलखंड से झांसी-जालौन-ललितपुर से विधान परिषद के सदस्य के रूप में चुने गए और प्रदेश महामंत्री भी बनाए गए।

इसके बाद वे 2004 से 2014 तक दो बार प्रदेश महामंत्री बनाए गए। 2010 में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए और फिर 2012 में महामंत्री बनाए गए। 2017 में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और बुंदेलखंड में भाजपा को भारी जीत दिलाई।

2014 में जब स्वतंत्र देव को बीजेपी सदस्यता अभियान का प्रभारी बनाया गया तो उन्होंने प्रदेश में 1 करोड़ से ज्यादा नया सदस्य बनाकर उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता से सबको अवगत कराया। वह 2009 में भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार लाल कृष्ण आडवाणी की रैली के प्रमुख कर्ताधर्ता रहे।

स्वतंत्र देव की कार्यक्षमता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में 11 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना था। सत्ता में सपा थी लेकिन सहारनपुर सदर सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की जीत ने यह सुनिश्चित करा दिया कि स्वतंत्र देव सिंह किसी भी सीट पर कमल खिला सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरें