‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ में शामिल हुए PM मोदी, जानें ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ पर लोगों को क्या दिया संदेश?

World Environment Day 2022: ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के मौके पर दिल्ली में ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन‘ कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि पिछले आठ सालों में मिट्टी को जीवंत बनाए रखने के लिए निरंतर काम किया गया है। हालांकि इस मौके पर Isha Foundation (ईशा फाउंडेशन) के संस्थापक सद्गुरु भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में पूरे विश्व के लोगों को ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ की बधाई भी दिया। इसके साथ ही उन्होंने भारत के सभी लोगों के प्रयासों की खूब तारीफ भी किया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने मिट्टी को जीवंत बनाए रखने के लिए लोगों को पांच मंत्र भी दिया है।
बीते आठ वर्षों में देश ने मिट्टी को जीवंत बनाए रखने के लिए निरंतर काम किया है। मिट्टी को बचाने के लिए हमने पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया है… pic.twitter.com/Hj0o1fRvpC
— Narendra Modi (@narendramodi) June 5, 2022
PM Modi के चार मंत्र
पीएम मोदी ने कहा कि देश ने मिट्टी को जीवंत बनाए रखने के लिए हम सबने मिलकर निरंतर काम किया है। इसके साथ उन्होंने कहा कि आज जब देश अपनी आजादी के 75वा वर्ष का पर्व मना रहा है तो इस अमृतकाल में हम सब नए संकल्प भी ले रहे है। इसके साथ पीएम ने कहा कि इस तरह के जनअभियान पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए बहुत अहम हो जाते हैं। पीएम मोदी ने मिट्टी को बचाने के लिए पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया है।
-मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाया जाएं।
-मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें, उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं।
-भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें और
-वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें।
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Looking forward to attending the session on crafting a #ConsciousPlanet with @SadhguruJV at 11 AM tomorrow, 5th June. https://t.co/RD1eeLkD3z
— Narendra Modi (@narendramodi) June 4, 2022
Waste To Wealth कार्यक्रम से जुड़े
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की हमें व्यक्तिक और स्वतंत्र जिम्मेदारी लेने की जरूरत है। जैसे कि जितना हो सके उतना पेड़ लगाना, प्लास्टिक का उपयोग ना करना, पानी और बिजली बचाना, जरूरत के हिसाब से ही पेट्रोल डीजल वाली गाड़ियों का प्रयोग करना एक दूसरे को जागरूक करना और ऐसे अनेक उपाय करने पर ध्यान देने की जरुरत होनी चाहिए।