कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर दो दिग्गज नेता होंगे आमने-सामने, दिग्विजय सिंह रेस से हुए बाहर

कई दिनों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर सियासत की आग ठंडी पड़ती दिखाई दे रही है। मिली जानकारी के हिसाब से अब कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर दो दिग्गज नेता होंगे आमने सामने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में अब सीधा मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच होगा। बता दें जो कि राजनीतिक मायने में भी काफी खास है। अशोक गहलोत के बाद दिग्विजय सिंह भी रेस से पूरी तरह से बाहर हो चुके हैं।
थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों ही कांग्रेस के बेहतरीन राजनीतिक खिलाड़ी हैं, जानकारों की मानें तो मल्लिकार्जुन खड़गे इस मुकाबले में जीत के मुख्य दावेदार माने जा रहे हैं। उसकी वजह है आलाकमान की सहमति के बाद ही वे चुनाव मैदान में उतरे हैं। इसलिए उन्हें ज्यादा समर्थन मिलने के आसार नजर आ रहे हैं।
आखिरी मौके पर खड़गे ने बदली सियासी हवा
इस रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे की एंट्री भी आखिरी मौके पर हुई। अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने के बाद सबसे ज्यादा चर्चा दिग्विजय सिंह के नाम की थी। उन्होंने कल कांग्रेस चुनाव कार्यालय से फॉर्म लिया था और यह कहा था कि संभवत: वे कल (30 सितंबर) नामांकन दाखिल करेंगे। लेकिन आखिरी वक्त पर मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सामने आया और दिग्विजय सिंह ने खड़गे का समर्थन करते हुए नामांकन नहीं भरने का ऐलान किया।
दिग्विजय सिंह ने कहीं अहम बातें
दिग्विजय सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि अपने सहयोगी मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन में प्रस्तावक बनेंगे। इसी कड़ी में उन्होंने ये भी कहा कि पूरी जिंदगी कांग्रेस के लिए काम किया है और आगे भी करते रहेंगे। ‘ खड़गे जी मेरे नेता व मेरे वरिष्ठ हैं। उनसे पत्रकारों ने पूछा था कि क्या वह चुनाव लड़ना चाहते हैं।
उन्होंने इनकार कर दिया था। मैंने आज फिर उनसे मुलाकात की। मैंने उनसे कहा कि अगर वह चुनाव लड़ेंगे तो मैं उनका पूरा समर्थन करूंगा। मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की सोच भी नहीं सकता। वह नामांकन दाखिल करेंगे और मैं उनका प्रस्तावक बनूंगा।’