राहुल गांधी के बयान पर सियासत गर्म, BJP को दिखा ‘जिन्ना प्रेम’

राहुल गांधी फिलहाल विदेश दौरे पर है। जहां उनके दिए बयानों ने भारत की सियासत में भूचाल ला दिया है। उनके ब्रिटेन में दिए भाषण से जहां भारत के राजनीतिक गलियारों में फुसफुसाहट शुरू हो गई, वहीं अमेरिका में दिए उनके बयानों ने क्षेत्रीय पार्टियों के लिए ख़तरे की घंटी बजा दी है। राहुल गांधी ने केरल में अपनी सहयोगी पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को सेक्युलर पार्टी बता दिया है। जिसके कारण एक बार फिर उनका विदेशी दौरा चर्चा का विषय बना हुआ है।
भाजपा में राहुल गांधी के बयानों को लेकर काफी गर्माहट चल रही है। दरअसल, राहुल गांधी ने केरल में अपनी सहयोगी पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) को सेक्युलर पार्टी बता दिया, जिसे लेकर खूब बयानबाजी हो रही है। भाजपा राहुल गांधी को इतिहास पढ़ने की सलाह दे रही तो वहीं कांग्रेस ने सवाल किया कि राहुल गांधी के बोलने से भाजपा को इतना डर क्यों है? देश की बात करना, PM मोदी का विरोध कैसे हो गया?
मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन पर सवाल
अमेरिका में राहुल गांधी से केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन पर सवाल पुछा गया। दरअसल, जवाब में उन्होंने मुस्लिम लीग को ‘सेक्युलर’ बताया है। राहुल गांधी ने कहा कि ‘इंडियन मुस्लिम लीग के बारे में कुछ भी गैर-धर्मनिरपेक्ष नहीं है। मुस्लिम लीग पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) पार्टी है’। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि जिस व्यक्ति ने यह प्रश्न भेजा है उसने मुस्लिम लीग का अध्ययन नहीं किया है।’ राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है।
कम पढ़े-लिखे हैं राहुल गांधी- अमित मालवीय
भाजपा के अमित मालवीय ने कहा कि जिन्ना की मुस्लिम लीग, जो पार्टी धार्मिक आधार पर भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार है, राहुल गांधी उसे एक ‘धर्मनिरपेक्ष’ पार्टी बता रहे हैं। राहुल भले ही कम पढ़े-लिखे हों, लेकिन यहां वे गलत हैं। वायनाड में स्वीकार्यता बनाए रखने के लिए राहुल गांधी की मजबूरी है कि मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताएं।
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