PM Modi की ध्यान गुरु एसएन गोयनका को श्रद्धांजलि, विपश्यना के लिए उनके योगदान को बताया अहम
PM Modi: प्रधानमंत्री मोदी ने ध्यान गुरु सत्यनारायण गोयनका को उनकी जन्मशताब्दी समारोह के अवसर पर श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने विपश्यना के लिए ध्यान गुरु एसएन गोयनका के योगदान को अहम बताया। उन्होंने ध्यान गुरु के जीवन को प्रेरणा का स्त्रोत बताया है।
PM Modi: विश्व के लिए विपश्यना एक अदभूत देन
पीएम मोदी ने ध्यान गुरु एसएन गोयनका को याद करते हुए कहा कि विपश्यना पूरे विश्व के लिए प्राचीन भारतीय जीवन पद्धति की अदभूत देन बताया। उन्होंने कहा कि लेकिन पिछले कुछ समय ये भारत की इस अदभूत विरासत को भूला दिया था। पीएम ने बताया की काफी समय तक भारत में विपश्यना सीखने सीखाने की कला लुप्त होती जा रही था। लेकिन गोयनका जी ने म्यांमार में 14 सालों की तपस्या कर के इसकी दीक्षा ली और फिर वतनवपसी की।
PM Modi: Self Observation से Self Transformation की यात्रा है
विपश्यना पीएम मोदी ने विपश्यना का महत्व बताते हुए कहा कि विपश्यना सेल्फ ऑब्जर्वेशन से सेल्फ ट्रांसफॉर्मेशन की जर्नी है। पीएम ने कहा कि विपश्यन का महत्व आज भी उतना ही है जितना हजारों सालों पहले था। दुनिया जिन चुनौतियों का सामना कर रही है उनका समाधान करने की क्षमता विपश्यना में भी मौजूद है।
80 से ज्यादा देशों ने समझा महत्व
पीएम मोदी ने गुरु एसएन गोयनका के योगदान को याद करते हुए कहा कि गुरू जी के प्रयासों के ही कारण आज 80 से भी ज्यादा देशों ने विपश्यना और ध्यान के महत्व को समझा और अपनाया है। पीएम ने विपश्यना को वैश्विक पहचान दिलाने में भी गुरु एसएन गोयनका जी को ही श्रेय दिया।
भारत गुरू जी के संक्लप को दे रहा नया विस्तार
पीएम ने कहा कि भारत आज का भारत गुरु एसएन गोयनका के संकल्प को पूरी मजबूती के साथ नया विस्तार दे रहा है। UN में भारत के रखे गए योग के प्रस्ताव को 190 से ज्यादा देशों का समर्थन मिला। वैश्विक स्तर पर योग लोगों की जिंदगीयों का हिस्सा बन गया है। अगली पीढ़ी को विपश्यना का महत्व नहीं पतापीएम मोदी ने कहा की अगली पीढ़ी को विपश्यना का महत्व नहीं पता। गुरु एसएन गोयनका ने लोगों की विपश्यना को भूला देने की गलती का सुधार किया। पीएम ने आज की वर्क लाइफ से हो रहे स्ट्रैस को हटाने के लिए विपश्यना को ही समाधान बताया।
ये भी पढ़ें- PM Modi Assam Visit: असम दौरे पर पीएम मोदी, 11,000 करोड़ की दी सौगात
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरो को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप