Air Pollution: बढ़ते प्रदूषण पर Bombay HC ने मांगा सरकार से जवाब
Air Pollution: बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार, 31 अक्टूबर को मुंबई और उसके उपनगरों में गिरती वायु गुणवत्ता और बढ़ते वायु प्रदूषण से उत्पन्न परेशानियों पर स्वत: संज्ञान लिया। मुख्य न्यायाधीश देवेन्द्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति आरिफ डॉक्टर की खंडपीठ ने कई समाचार पत्रों की रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआई) में तेजी से गिरावट का संकेत दे रही हैं। इसलिए हम AQI का स्वत: संज्ञान ले रहे हैं।
Air Pollution: हर दिन खराब हो रही स्थिति
कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि हर दिन हर क्षेत्र में AQI बिगड़ रहा है। मुंबई में एक भी इलाका नहीं बचा है। इसके लिए हम नोटिस जारी करेंगे और जवाब मांगेंगे और फिर हम अन्य नगर निगमों को देखेंगे। कोर्ट ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी), महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से इस मुद्दे से निपटने के लिए उठाए गए कदमों पर जवाब मांगा है।
पीआईएल पर कोर्ट की सुनवाई
मुंबई उच्च न्यायालय ने मुम्बई के तीन निवासियों अमर टिके, आनंद झा और संजय सुर्वे द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिन्होंने शहर में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी को निर्देश देने की मांग की थी।
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