Maharajganj: भारत-नेपाल सीमा पर पकड़ी गई चरस, एक अरब है कीमत

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Maharajganj: उत्तर प्रदेश के महराजगंज (Maharajganj) जनपद के भारत-नेपाल सीमा(Bharat-Nepal Border) पर बीते 72 घंटे के अंदर महराजगंज पुलिस ने एक अरब के चरस बरामद के साथ सात तस्करों को गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस की इस बरामदगी के बाद से ही भारत नेपाल सीमा पर तैनात अन्य सुरक्षा एजेंसियों के ऊपर सवालिया निशान उठने लगे हैं। कैसे चरस की इतनी बड़ी खेप आसानी से तस्करों के द्वारा नेपाल से भारत में लाया गया।
सीमा पर जल्द लगेंगे ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कैमरे
बता दें कि चरस को दिल्ली समेत बड़े शहरों में सप्लाई किया जाना था। लेकिन पुलिस की तत्परता के कारण बॉर्डर से कुछ ही दूरी पर लगभग 175 किलो चरस बरामद कर लिया। भारत नेपाल सीमा की संवेदनाशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने सीमावर्ती क्षेत्र के पुलिसकर्मियों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि जल्द ही भारत नेपाल सीमा पर ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) से लैस कैमरे लगाए जाएंगे। जिससे भारत नेपाल सीमा पर नेपाल के रास्ते तस्करी और देश विरोधी तत्वों को रोका जा सके ।
एक अरब की चरस बरामद
महराजगंज जनपद के भारत नेपाल की 84 किलोमीटर की खुली सीमा काफी संवेदनशील मानी जाती है। जिसको देखते हुए भारत सरकार ने सीमा की सुरक्षा के लिए एसएसबी समेत तमाम सुरक्षा एजेंसी को लगाया है। लेकिन जिस तरह भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर बीते 72 घंटे के अंदर एक अरब की चरस महराजगंज पुलिस के द्वारा बरामद की गई है।उसको देखते हुए अन्य सुरक्षा एजेंसियों पर सवालिया निशान उठ रहे हैं।
एजेंसियों के ऊपर उठ रहे सवाल
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले भी पाकिस्तान की सीमा हैदर पाकिस्तान से नेपाल आने के बाद इन्हीं खुली सीमा का फायदा उठाकर भारत में प्रवेश कर गई थी। जिसके बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां काफी मुस्तैद कर दी गई थी। लेकिन एक बार फिर 72 घंटे के अंदर चरस की इतनी बड़ी खेप बरामद होना अन्य एजेसियों के ऊपर सवालिया निशान उठाने का काम कर रही है।
(महाराजगंज से अजय जयसवाल की रिपोर्ट)
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