
उत्तराखंड में एक बार फिर से पशुओं में लंपी वायरस फैल रहा है। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा का कहना है कि पूरे प्रदेश में अभी तक 3 हजार 131 पशुओं में लंपी वायरस देखने को मिला है लगातार पशु विभाग जन जागरूकता अभियान चला रहा हैं ।
पशुओं में इंजेक्शन लगाने का भी काम किया जा रहा है अभी तक लगभग 7 लाख पशुओं को इंजेक्शन लगाया जा चुका है आने वाले 15 दिन में सभी पशुओं को इंजेक्शन लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
उनका कहना है कि लंपी वायरस के मद्देनजर डॉक्टर्स की छुट्टी रोक लगा दी गई है और पशुओं के एक राज्य से दूसरे राज्य में आने जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। उनका कहना है कि पशु पालन विभाग जहां एक तरफ पषुओं में इंजेक्शन लगाने का काम कर रहा है । वही पशुपालकों को वायरस की रोकथाम के बारे में जानकारी दी जा रही है ।
कैसे फैलता है लम्पी वायरस ?
लम्पी वायरस एक संक्रमित रोग है जो एक पशु से दुसरे पशु को हो जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि इसका संक्रमण मुख्य रूप से मच्छरों, मक्खियों, तत्तैयो, जूं आदि से फैल सकता है। इसके अलावा पशुओं के सीधे संपर्क में आने से भी फ़ैल सकती है। खासकर साथ खाने / दूषित खाने और पानी के सेवन करने से भी ये बीमारी फ़ैल सकती है। Lumpy Virus एक बहुत ही तेजी से फैलने वाला वायरस है। वर्तमान में 15 से भी अधिक राज्यों में इस बीमारी के फैलने की पुष्टि हो चुकी है। इस बीमारी से पशुओं को बचाने के लिए समय पर लक्षणों की पहचान कर उनके आधार पर इलाज शुरू कर देना ही एकमात्र तरीका है।
(रिपोर्ट – अशोक कुमार,देहरादून)