
धर्म: आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है।
दोपहर 12 बजे के बाद पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होगी। आज व्रत की कार्तिक पूर्णिमा है।
कार्तिक पूर्णिमा पर इस तरह करें पूजा

पुराणों के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
इस दिन जो मनुष्य विधि-विधान से पूजा करने के बाद दान-पुण्य करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा, स्नान, दीपदान, यज्ञ और भगवान की पूजा की जाती है।

पूर्णिमा के दिन गंगा, स्नान, दीपदान, यज्ञ और भगवान की पूजा की जाती है
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा, स्नान, दीपदान, यज्ञ और भगवान की पूजा की जाती है।
मान्यताओं के अनुसार, इस पावन दिन पर भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का अंत किया था।
इसलिए कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहा जाता है।