बीजेपी की वाशिंग मशीन में धुलकर भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं को मिल जाती क्लीन चिट- जैस्मीन शाह

Jasmine Shah PC
Jasmine Shah PC: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जैस्मीन शाह ने AAP पार्टी मुख्यालय में आज (29 फरवरी) एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। उन्होंने इस दौरान भारतीय जनता पार्टी पर कई आरोप लगाए। जैस्मीन शाह ने पूर्व केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘वॉशिंग मशीन में धुलकर एयरक्रॉफ्ट लीज घोटाले में घिरे पूर्व केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल भी अब साफ-सुथरे और बेदाम हो गए हैं। अभी जुलाई 2023 में ही प्रफुल्ल पटेल, अजीत पवार गुट के साथ एनसीपी से अलग होकर भाजपा से गठबंधन कर महाराष्ट्र सरकार में शामिल हुए हैं और 8 महीने बाद ही मार्च 2024 में भाजपा की सीबीआई ने कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर सारा केस बंद कर दिया।’
‘साल 2006-2007 का है मामला’
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता जैस्मीन शाह ने कहा कि ‘यह मामला 2006-2007 का है। उस दौरान प्रफुल्ल पटेल केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री थे। उसी वक्त एयर इंडिया- इंडियन एयरलाइंस का विलय हुआ और बिना प्लांनिंग के 15 एयर क्रॉफ्ट लीज पर लिए गए। इन एयर क्रॉफ्ट को संचालित करने के लिए पायलट तक हायर नहीं किए और पांच साल तक रखे रह गए। सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैसले से सरकारी खजाने को 840 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। मनी लॉड्रिंग के तहत इस मामले की ईडी-सीबीआई ने जांच शुरू की, लेकिन अब भाजपा में शामिल होते ही प्रफुल्ल पटेल के सारे केस बंद कर दिए गए।’
’10 सालों से देख रही जनता’
पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जैस्मीन शाह ने कहा कि पिछले 10 सालों में देश की जनता ने देखा है कि किस तरह से बीजेपी ने दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे असरदार ‘वॉशिंग मशीन’ का अविष्कार किया है। भाजपा की यह एक राजनीतिक वॉशिंग मशीन है, जिसमें बड़ी-बड़ी कंपनियों के मालिक और शरत चंद्र रेड्डी जैसे शराब कारोबारी को डालने के बाद जब वो बाहर आते हैं तो झूठे बयान और भाजपा को चुनावी चंदा देते हैं। देश के तमाम कलंकित व भ्रष्टाचार में घिरे नेता जिनकी जमीनें सीज कर दी गई हैं और आतंकवाद से जुड़े मुकदमें तक चल रहे हैं, बीजेपी ईडी-सीबीआई की जांच रोककर इनको अपनी पार्टी में ले आती है और फिर वॉशिंग मशीन में धोकर इन्हें क्लीन चिट दे देती है।
‘एयर इंडिया का बेड़ा गर्क करने में सरकार के मंत्री शामिल’
जैस्मीन शाह ने कहा कि गुरुवार को जानकारी सामने आई कि एनसीपी (नेशनल कांग्रेस पार्टी) के वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल, जो यूपीए की सरकार में केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री रह चुके है, उन्हें सीबीआई ने क्लीन चिट दे दी है। जैस्मीन शाह ने प्रफुल पटेल के मामले का जिक्र करते हुए बताया कि इस मामले में यह बात भी निकलकर आई कि इन्होंने 15 एयर क्रॉफ्ट लीज पर तो लिए, लेकिन साथ ही कुछ एयर क्रॉफ्ट खरीदने की भी योजना बना ली थी। एक ऐसे समय में जब एयर क्रॉफ्ट खाली जा रहे हैं. एयर इंडिया का बेड़ा गर्क करने में सरकार और सरकार के ऐसे मंत्री शामिल हैं. ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा था कि दीपक तलवार, प्रफुल पटेल के खास मित्र हैं और इन्होंने ही लेने-देन की सारे इंतजाम किए थे।
‘बीजेपी गठबंधन में आने के बाद नहीं जारी हुआ समन’
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता जैस्मीन शाह ने बताया कि सबसे पहले मई 2017 में सीबीआई ने यह केस दर्ज किया। उसके बाद ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल को देखते हुए केस दर्ज किया। जिसके बाद जून 2017 में पहली बार प्रफुल पटेल को ईडी ने समन भेजा। अगस्त 2019 में सीबीआई ने भी प्रफुल पटेल को समन भेजा। इस दौरान एनसीपी और बीजेपी के बीच पर्दे के पीछे से बातचीत चल रही थी। आखिरकार जुलाई 2023 में जब अजीत पवार गुट एनसीपी से अलग होकर बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया, तो उसके बाद प्रफुल पटेल के खिलाफ कोई भी समन जारी नहीं हुआ। सीबीआई ने इसकी क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी है।
‘पूरा केस अब ठंडे बस्ते में’
जैस्मीन शाह ने कहा कि प्रफुल्ल पटेल पर एक मामले में कई सालों से ईडी की जांच चल रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि उनके मुंबई के अंडरवर्ल्ड के कुछ लोगों से संपर्क हैं, जिनकी 1993 में मुंबई बम ब्लास्ट में अहम भूमिका थी। इस मामले में भी ईडी ने अक्टूबर 2019 को प्रफुल्ल पटेल को समन भेजा था। उसके बाद उन्होंने ईडी के 3 समन को नजरअंदाज किया और वह समन पर नहीं गए। जिसके बाद ईडी ने इनकी प्रॉपर्टी को जब्त करना शुरु कर दिया। जुलाई 2022 और फरवरी 2023 में इनकी कुछ प्रॉपर्टी जब्त की गईं। इसके बाद जब जुलाई 2023 में अजीत पवार गुट एनसीपी से अलग होकर बीजेपी का अलायंस पार्टनर बन गया, तबसे उन्हें न कोई समन आया, न कोई प्रॉपर्टी जब्त की गई, न ही कोई चार्जशीट दाखिल की गई। अब पूरा केस ठंडे बस्ते में चला गया है।
‘छगन भुजबल का भी मुद्दा उठाया’
उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले एनसीपी के ही एक बड़े नेता छगन भुजबल पर बीजेपी ने ही भ्रष्टाचार के बड़े आरोप लगाए थे। फिर वो बीजेपी में शामिल हो गए। इसके बाद जब मुंबई कोर्ट में उनकी बेल एप्लीकेशन पहुंचा तो ईडी कहती है कि हमारी फाइल गुम हो गई है। बिना फाइल के हम कैसे इनका विरोध करें। आप इनको बेल दे दीजिए।
‘बिना ठोस सबूत के हमारे चार बड़े नेता जेल में’
जैस्मीन शाह ने कहा कि आज पूरे देश के सामने ईडी और सीबीआई का यही तमाशा चल रहा है। वहीं जब आम आदमी पार्टी की बात आती है तो ये दो साल से फर्जी मुकदमे चलाते हैं और एक के बाद एक समन भेजते हैं। जांच में इनको एक चवन्नी बरामद नहीं होती है, कोई ठोस सबूत नहीं मिलता है, फिर भी ये हमारे 4 बड़े नेताओं को जेल में डाल देते हैं। इन्होंने अरविंद केजरीवाल को तब जेल में डाला. बीजेपी ने ईडी-सीबीआई का राजनीतिकरण कर दिया है। देश की जनता आने वाले लोकसभा चुनाव में इसका जवाब देगी।
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