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इसरो 26 नवंबर को ओशनसैट-3 के साथ भूटान के साथ संयुक्त रूप से विकसित उपग्रह लॉन्च करेगा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) शनिवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से साल के आखिरी ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) का प्रक्षेपण करेगा। प्रक्षेपण पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-03 (EOS-03) को ले जाएगा, जिसे ओशनसैट -3 के रूप में भी जाना जाता है।

ओशनसैट -3 के साथ, प्रक्षेपण यान भारत और भूटान द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक सहित आठ नैनो उपग्रहों के साथ भी उड़ान भरेगा। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के लिए वर्ष के पांचवें प्रक्षेपण को चिह्नित करते हुए उपग्रह को सन सिंक्रोनस ऑर्बिट में लॉन्च किया जाएगा।

भारत ने सितंबर 2021 में उपग्रह के संयुक्त विकास के लिए भूटान के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थिम्पू यात्रा के बाद शुरू किया गया था।

30 सेंटीमीटर क्यूबिक उपग्रह भूटानी इंजीनियरों द्वारा बनाया गया है जो पृथ्वी की सतह की छवियों को कैप्चर कर सकता है और भूटान के ऊपर से उड़ान भरेगा। 15 किलोग्राम का यह उपग्रह दिन में कम से कम दो से तीन बार भूटान की सतह को कवर करेगा। भूटानी इंजीनियरों ने अतीत में कहा है कि छवियां मध्यम रिज़ॉल्यूशन की होंगी, लेकिन अंतरिक्ष में उनके प्रवेश को चिह्नित करती हैं।

भूटान ने 2019 में अपना पहला उपग्रह, भूटान -1, अंतरिक्ष में लॉन्च किया, जो एक शिक्षा-आधारित क्यूबसैट था।

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