Advertisement

यूपीआई और रुपे भुगतान सेवा को स्वीकार करेगा : मलेशिया

Share
Advertisement

मलेशिया के विदेश मंत्री जाम्ब्री अब्दुल कादिर ने कहा है कि मलेशिया भारत की यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) प्रणाली और रुपे भुगतान सेवा को स्वीकार करने की दिशा में काम कर रहा है। दोनों देश वाणिज्य को बढ़ावा देने के लिए घरेलू मुद्राओं में व्यापार समझौते पर विचार कर रहे हैं।

Advertisement

कादिर ने अपने भारतीय के साथ द्विपक्षीय संयुक्त आयोग बैठक (Joint Commission Meeting) की सह-अध्यक्षता के बाद मंगलवार देर रात एचटी को बताया कि दोनों देश रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के तरीके तलाश रहे हैं, जिसमें रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग, सैन्य कर्मियों का प्रशिक्षण और संयुक्त अभ्यास शामिल हैं।

मलेशिया के विदेश मत्रीं ने दिया धन्यवाद

उन्होंने कहा कि जेसीएम की बैठक 12 साल के अंतराल के बाद हुई और दोनों पक्षों ने सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिक उत्पाद, फिनटेक, हरित प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में सहयोग के नए क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया। विदेश मंत्री के रूप में पहली बार नई दिल्ली का दौरा करने वाले कादिर ने मलेशिया को हाल की कमी से उबरने में मदद करने के लिए 170,000 टन गैर-बासमती सफेद चावल की आपूर्ति के लिए भारतीय पक्ष को धन्यवाद दिया।

यूपीआई स्वीकार के लिऐ मलेशिया तैयार

हमारा बैंक नेगारा मलेशिया यूपीआई स्वीकार करने की दिशा में काम कर रहा है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है। मैंने बैंक नेगारा से जांच की है। वे इसके लिए तत्पर हैं। उन्हें ऐसा करने में कोई समस्या नहीं दिखती है। कादिर ने अपने देश के केंद्रीय बैंक का जिक्र करते हुए कहा।

उन्होंने कहा, मलेशिया को भी भारत की RuPay भुगतान सेवा से कोई समस्या नहीं है।दोनों पक्षों को केवल “तकनीकी पहलुओं और सॉफ्टवेयर के माध्यम से काम करने” की जरूरत है।

उन्होंने कहा, “घरेलू मुद्राओं में व्यापार समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को आगे बढ़ाने का एक और तरीका है।” उन्होंने कहा कि मलेशिया की थाईलैंड और इंडोनेशिया के साथ पहले से ही ऐसी व्यवस्था है। अब हमने इसे भारत के सामने प्रस्तावित किया है। भारतीय पक्ष भी इसके प्रति काफी ग्रहणशील है

ये भी पढ़ें-Festive Season: करवाचौथ के रंगों में रंगा बाजार, मेंहदी और चूड़े की हो रही डिमांड

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *