ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी फैरेल ने कहा अफगानिस्तान से लोगों को निकालने का प्रयास जारी है, भारत की भूमिका की तारीफ
सिडनी: अफगानिस्तान में तालिबान के आतंक से लगभग सारी दुनिया प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से परेशान है। कहा जा रहा है तालिबान के आतंक का असर भारत में भी देखने को मिल सकता है। राजनीतिक पंडित और रक्षा विशेषज्ञों का अनुमान है कि अफगानिस्तान में अपनी शासन कायम करने के बाद तालिबान का रुख पाकिस्तान में शरिया को लागू करना होगा, जिसका असर पाकिस्तान से सटे भारत के तटवर्ती इलाकों में देखने को मिल सकता है।
भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओ’फैरेल कहते हैं, ‘अफगानिस्तान में जो कुछ हो रहा है, उससे हर कोई दुखी है। ऑस्ट्रेलिया को 2 दिन पहले हवाई अड्डे पर विस्फोट के कारण लोगों की निकासी स्थगित करनी पड़ी थी। हमने 4,000 लोगों को निकाला है। दुनिया अफगानिस्तान के समाधान की दिशा में काम कर रही है। भारत भी बढ़-चढ़ कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है, जिससे ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को इस बात का बहुत भरोसा है कि कोई समाधान निकाला जा सकता है।
फैरेल ने आगे कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया ने अपना दूतावास बंद कर दिया है. इसने अपने कर्मचारियों को वापस ले लिया है। हालांकि, अफसोस की बात है कि काबुल में अभी भी ऐसे लोग हैं जो ऑस्ट्रेलिया आना चाहते हैं। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हवाईअड्डे में विस्फोट के बाद इसे कैसे बेहतर तरीके से प्रभावित किया जाए’।
कोरोना की स्थिति पर फैरेल बताते हैं, ‘मुझे लगता है कि यह सामान्य स्थिति में लौटने का संकेत है। हम मास्क पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया फिलहाल काफी हद तक लॉकडाउन है। हमें COVID के साथ जीना सीखना होगा’