
मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम के बाबा की लोकप्रियता की आड़ में अवैध वसूली शुरू हो गई है। बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि असामाजिक लोग कमेटी और बागेश्वर धाम मण्डल बना कर धन उपार्जन के लिए आम लोगों को बरगला रहे हैं। बागेश्वर धाम की ओर से कहा गया है कि पूज्य सरकार से मिलने, अर्ज़ी लगाने और चरण डालने की कोई राशि नहीं ली जाती है।
बता दें कि मध्यप्रदेश के दो संतों की ख्याति देश-विदेश तक है। एक सीहोर के रुद्राक्ष बांटने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा हैं तो दूसरे बिना बताये लोगों के मन की बात जान लेने वाले छतरपुर के बागेश्वरधाम के बाबा पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री है। दोनों ही संतों की कथा के लिए मंत्री और नेता लाइन लगाकर खड़े हैं। अब उनकी लोकप्रियता की आड़ में कुछ संगठन या व्यक्ति अवैध वसूली में जुट गए हैं।
इसी मामले में बागेश्वर धाम की ओर से तो सोशल मीडिया में एक चेतावनी और सूचना जारी की गई है। बागेश्वरधाम के सोशल मीडिया एकाउंट ट्विटर (अब X) पर लिखा गया है कि,”परम पूज्य बागेश्वर धाम सरकार का पूरे देश-विदेश में कार्यक्रम आयोजित हो रहे है। जाने-अनजाने हज़ारों कमिटी और बागेश्वर धाम मण्डल बना कर कुछ असामाजिक लोग धन उपार्जन के लिए आम लोगो को बरगला रहे हैं।
बागेश्वर धाम जन सेवा समिति ये घोषणा करती है ना उनकी कोई शाखा है, ना कोई मण्डल, ना ऑफिस। किसी के झांसे में या बहकावे में ना आए। अगर किसी व्यक्ति को बागेश्वर धाम पर चल रहे किसी भी सेवा प्रकल्प में सहायता करनी तो सीधा कार्यालय में संपर्क करे। पूज्य सरकार से ना मिलने, ना अर्ज़ी की, ना चरण डालने की कोई राशी ली जाती है। अगर कोई व्यक्ति आपसे धन माँगे तो आप सीधा धाम पर या कार्यक्रम स्थल के कार्यालय में संपर्क करे-बागेश्वर धाम जन सेवा समिति।”
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