सेंगोल पर अखिलेश ने ली चुटकी, बोले – ‘सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक…’

देश के नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर लगातार घमासान जारी है तो वहीं दूसरी तरफ उद्घाटन से ठीक पहले सेंगोल चर्चा में आ गया है। आपको बता दें कि आगामी 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन की इमारत का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक चिन्ह सैंगोल भी स्थापित किया जाएगा। यह एक तरह का राजदंड है 15 अगस्त 1947 की आधी रात को इससे पंडित जवाहरलाल नेहरू, जो देश के पहले प्रधानमंत्री थे उनको सौंपा गया था।
इसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट
करते हुए लिखा है कि ‘सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण (एक-हाथ से दूसरे हाथ में जाने) का प्रतीक है… लगता है भाजपा ने मान लिया है कि अब सत्ता सौंपने का समय आ गया है।’
आपको बता दें कि सैंगोल को स्पीकर की कुर्सी के बगल में रखा जाएगा। यूपी के प्रयागराज में इलाहाबाद म्यूजियम में है संगोल 75 साल तक रखा था। हालांकि सैंगोल 4 नवंबर 2022 को नेशनल म्यूजियम से नई दिल्ली को सौंपा जा चुका है। सैंगोल 5 फीट लंबा चांदी से बना है। जिस पर सोने की परत है। इसके शीर्ष पर नंदी विराजमान है।
इलाहाबाद म्यूजियम में 1200 सौ से बहुमूल्य चीजें रखी गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में बताया कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में एक ऐतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित होगी नए संसद भवन में सैंगोल यानी राजदंड को स्थापित किया जाएगा।
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