सूर्य मिशन में ISRO की बड़ी कामयाबी, पढ़ें

ISRO ने आज अपने सौर मिशन आदित्य-एल1 का एक महत्वपूर्ण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया अंतरिक्ष यान ने अब एल1 तक पहुंचने की लगभग 110 दिन की यात्रा शुरू कर दी है. इसरो ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि 110 दिन के बाद एक प्रक्रिया के माध्यम से इसे सूर्य और पृथ्वी के बीच एल1 प्वाइंट के आसपास की कक्षा में स्थापित किया जाएगा।
बीते सोमवार को इसरो ने ट्वीट कर कहा, ‘आदित्य में लगे उपकरण सुप्रा थर्मल एनर्जेटिक पार्टिकल स्पेक्ट्रोमीटर (स्पेस) के सेंसर ने सुपर-थर्मल और ऊर्जावान आयनों और इलेक्ट्रानों को मापना शुरू कर दिया है. इसे 10 सितंबर को पृथ्वी से 50 हजार किलोमीटर से अधिक दूरी पर सक्रिय किया गया था.’ बता दें कि आदित्य एल1 सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष भारतीय मिशन है।
आदित्य-एल1 पहली भारतीय अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला है जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किमी दूर स्थित लैग्रेंजियन प्वाइंट (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा से सूर्य का अध्ययन करेगा. सूर्य गैस का एक विशाल गोला है और आदित्य-एल1 सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगा।
इसरो के अनुसार, L1 प्वाइंट के चारों ओर प्रभामंडल कक्षा में स्थापित अंतरिक्ष यान बिना किसी बाधा के लगातार सूर्य को देखने में सक्षम हो पायेगा. इससे वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इसके प्रभाव को देखा जा सकेगा।