
देश में बदलते मौसम के साथ गर्मी भी भीषण पड़ रही है। IMD (भारत मौसम विज्ञान विभाग) के अनुसार हर साल बढ़ती गर्मी इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों को भी काफी दिक्कत हो रही है। मौसम विभाग ने कहा कि भीषण गर्मी का दौर बदलते मौसम के अनुरूप है, जिसमें लू समय से पहले ही चलनी शुरू हो जाती है। भारत के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने बदलते हुए मौसम पर भी चिंता जाहिर किय है। ऐसे में नेचर शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है की अगर पूरे देश में इस तरह से आने वाले कुछ सालों में अगर तापमान 2 डिग्री भी बढ़ता है तो ऐसे में केई प्रजातियां विलुप्त भी हो सकती है।
क्यों Climate Change खतरा बना हुआ हैं?
जैसा की बढ़ते तापमान ने भारत सहित पूरे विश्वभर में लोगों को काफी ज्यादा ही परेशान कर रखा है। ऐसे में Climate Change का असर हमारी पृथ्वी समेत पर्यावरण और मौसम पर ही नहीं बल्कि हम सभी के Health पर भी पड़ सकता है। इसके साथ-साथ पूरे विश्वभर में केई अन्य वायरस का भी खतरा बढ़ सकता है, जिसके साथ बहुत प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी होंगी। बता दें इन सभी बदलावों से आने वाले समय में दुनिया में बहुत सी प्रजातियों के जल्दी ही खत्म होने के आसार बनते हुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं नए किस्म की प्रजातियां भी ज्यादा संख्या में बनने लगेगीं जो इस माहौल में खुद को ठीक तरीके से रख सकें, हालांकि इनमें से ज्यादातर सूक्ष्मजीव ज्यादा होंगे। शोध के मुताबिक नए वायरस पैदा होंगे जो पहले जानवरों में फैलेंगे इसके बाद इंसानों में भी फैलेंगे। जिसे देखते हुए यह भी कहा जा रहा है की कोविड-19 जैसी और भी महामारियां दुनिया भर में फैल सकती हैं।
WMO ने कहा Climate Change को जिम्मेदार ठहराना होगी जल्दबाजी
WMO (विश्व मौसम विज्ञान संगठन) ने कहा कि भारत सहित पूरे विश्व में गर्मी और बदलते मौसम को हम केवल जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराना जल्दबाजी होगी। भीषण गर्मी बदलते मौसम केवल Climate Change को ही हम नहीं ठहरा सकते है। हर तरह के प्रदूषण भी इसका मुख्य वजह है।