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Dunki Review: फुल इमोशन से भरपूर है शाहरुख-तापसी की डंकी, देखकर नहीं रोक सकेंगे आंसू

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Dunki Review: फिल्म की कहानी की बात करें तो 50 साल की मनु रंधावा(तापसी पन्नू) को अपने घर की बहुत याद आती है और वह अब भारत वापस जाना चाहती है अपने दो दोस्त बुग्गू(विक्रम कोच्चर) और बल्ली(अनिल ग्रोवर) के साथ, लेकिन उन्हें वीजा नहीं मिलता है। जब मनु के पास कोई ऑप्शन नहीं बचता तो वह अपने दोस्ती हार्डी (शाहरुख खान) को कॉल करती है जो पंजाब में हैं। मनु को उम्मीद होती है कि हार्डी ही अब उनकी मदद कर सकता है। इसके बाद दिखाई जाती है कहानी कि आखिर कैसे वे विदेश पहुंचे।

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Dunki Review: रिव्यू

डंकी फुल इमोशन से भरी है। फिल्म में आपको बहुत फ्लैशबैक दिखाई देंगे जो कहानी के हिसाब से महत्वपूर्ण है। हिरानी ने इस फिल्म के जरिए 5 साल बाद डायरेक्शन में वापसी की है। उन्होंने फिल्म को एक पूरा पैकेज बनाने की कोशिश की है जिसमें प्यार, दिल टूटना, आंसू, आशाएं और दिल छू लेने वाला म्यूजिक है।  डंकी के जरिए एक अहम मुद्दे पर डिस्कस किया गया है कि क्यों गरीब और जो इंग्लिश नहीं जानते हैं उन भारतीय को कई देशों में वीजा क्यों नहीं मिलता है। फिल्म के कई ऐसे हिस्से हैं जहां आप जब देखेंगे कि कैसे विदेश में पैसा कमाने और अपने फ्यूचर को बेहतर बनाने के लिए लोग कितने रिस्क लेते हैं जो आपकी भी आंखों में आंसू ला देंगे।

फिल्म की स्क्रिप्ट अभिजात जोशी, कनिका ढिल्लों और हिरानी ने लिखी है जो काफी अच्छी है, लेकिन इसे स्क्रीन पर और अच्छे से दिखाया जा सकता था। इसमें आपको हिरानी का बेस्ट तो नहीं दिखेगा, लेकिन कह सकते हैं कि आपको फिल्म जोड़े रखेगी। फिल्म का फर्स्ट हाफ स्लो है, लेकिन सेकेंड हाफ से आपको मजा आने लगेगा। फिल्म में कई ऐसे अहम चीजों को ह्यूमर के साथ दिखाने की कोशिश की है जैसे आईलेट्स के एग्जाम की तैयारी, इंग्लिश टीचर(बोमन ईरानी) कैसे सभी को ट्रेन करते हैं और सुखी को कैसे इंग्लिश पढ़ने और समझने में दिक्कत होती है। हालांकि आपको लगेगा कि जानबूझकर इसमें ह्यूमर डाला गया है। जो वन लाइनर हैं वो जबरदस्ती के लग रहे हैं।

परफॉर्मेंस

डंकी को जो दिलचस्प बनाता है वो है शाहरुख खान का किरदार, हालांकि फर्स्ट हाफ में उनका भी ज्यादा कमाल नहीं दिखता है क्योंकि हमें वह वही सब करते हुए दिखेंगे जो सालों से उन्हें करता देख रहे हैं जैसे रोमांस करना, एक लव स्टोरी। सेकेंड हाफ में उनका किरदार मजेदार हो जाता है। मनु के रूप में तापसी काफी नेचुरल दिखीं। पंजाबी महिला के किरदार में वह इतने अच्छे से ढलीं जैसा कोई नहीं कर सकता। इमोशनल से लेकर फनी सीन में तापसी ने अच्छा परफॉर्म किया है। हालांकि अगर आपको शाहरुख और तापसी की जोड़ी में कुछ अलग देखना है तो वो आपको नहीं दिखेगा। फिल्म में जब आपको तापसी और शाहरुख सफेद बाल और चेहरे पर झूरियों के साथ दिखेंगे तो आपको वीर जारा फिल्म के शाहरुख और प्रीति जिंटा याद आ जाएंगे।

बाकी कास्ट में विक्रम और अनिल ने अपना किरदार बखूबी निभाया। शाहरुख और तापसी जैसे स्टार्स के सामने वे फीके नहीं पड़े। विकी की स्पेशल अपीयरेंस काफी अच्छी थी। भले ही वह कम समय स्क्रीन पर दिखे, लेकिन उतने में ही उन्होंने कमाल कर दिया।

ओवरऑल फिल्म की बात करें तो डंकी देखकर आपकी आंखों में आंसू जरूर आएंगे। यह एक फैमिली एंटरटेनर फिल्म है जिसे आप परिवार के साथ आराम से देख सकते हैं।

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