
पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर EC चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है. चुनाव आयोग ने प्रचार अभियान में कुछ बदलाव किए हैं. सोमवार को हुई अहम बैठक के बाद यह बदलाव किए गए हैं. बता दे कि अब चुनावी सभा में 500 की जगह 1000 लोग शामिल हो सकेंगे. इसके साथ ही डोर-टू-डोर कैंपेन में भी शामिल होने वालों की संख्या को बढ़ाया गया है. जिसको लेकर नई गाइडलाइन जारी की है.
रैलियों पर रोक जारी
चुनाव आयोग ने रैलियों पर लगी रोक फिलहाल नहीं हटाई है, नआ गाइडलाइन में जरूर कुछ ढ़ील दी है. माना जा रहा है कि इस ढील को लेकर राजनीतिक दलों को जनता के बीच जाने में आसानी होगी और मजबूती से अपनी बात रख सकेंगे. हालांकि डिजिटल कैंपेन के जरिए राजनीतिक दल लगातार अपनी पकड़ मजबूत बनाने में जुटे हैं.
कोरोना केस कम होने पर दी छूट
बता दे कि आयोग ने यह छूट कोरोना के केस कम होने पर दी है. नई गाइडलाइन के मुताबिक अब डोर- टू-डोर कैंपेन में 10 की जगह 20 लोगों को शामिल किया जा सकता है. वहीं इनडोर बैठक में अब 300 की जगह 500 लोग शामिल हो सकते हैं. गौरतलब है कि आयोग ने पिछली बैठक में प्रथम और दूसरे चरण के लिए रैली की इजाजत दी थी, लेकिन 500 की संख्या सीमित की थी.
10 फरवरी से शुरू हो जाएगा मतदान
पांच राज्यों पंजाब, गोवा, यूपी, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने है. जिसमें मतदान 10 फरवरी से शुरू हो जाएगा. पांचों राज्यों में चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे. जिसको लेकर चुनाव आयोग लगातार एक के बाद एक फैसले ले रहा है और कोरोना की स्थिति की समीक्षा करने के बाद गाइडलाइन जारी कर रहा है.