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BJP चुनाव आयोग जैसी सभी संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करना चाहती है: सीडब्ल्यूसी में बोले खड़गे

CWC Meeting : आज यानी 26 दिसंबर को सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने संसद सत्र में संविधान के ऊपर हो रहे चर्चा के दौरान डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के बारे में गृह मंत्री का घोर अपमानजनक बयान सुना। जिसको लेकर हमने आपत्ति दर्ज की, विरोध जताया, प्रदर्शन किया। अब तो पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है। किन्तु प्रधानमंत्री और सरकार गलती मानने को तैयार नहीं है।

खड़गे ने कहा, प्रधानमंत्री और सरकार अमित शाह की गलती मानने को तैयार नहीं है। अमित शाह से माफ़ी और इस्तीफ़ा लेना तो दूर, उल्टा आपत्तिजनक बयान का समर्थन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के बचाव में प्रधानमंत्री ने एक बयान जारी कर राहुल गांधी पर झूठा केस दर्ज कर दिया। ये है आज के हुक्मरान का संविधान और उसके निर्माता के प्रति नज़रिया।परन्तु हम किसी से डरनेवाले नहीं हैं ना ही झुकने वाले हैं। हम नेहरू-गांधी की विचारधारा और बाबा साहब के सम्मान के लिए आख़िरी दम तक लड़ेंगे।

बीजेपी के लोग लगा रहे झूठा आरोप

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी के लोग हमारे ऊपर झूठा आरोप लगाते हैं कि हमने बाबा साहब का सम्मान नहीं किया। सब को मालूम है कि संसद में जो बाबा साहेब की मूर्ति 1967 में कांग्रेस ने लगवाई, उसे मुझ जैसे हजारों कार्यकर्ताओं की मांग पर इंदिरा जी के कार्यकाल में राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णनजी ने संसद में मुख्य स्थान पर पहली बड़ी मूर्ति बाबा साहेब की ही स्थापित कराई।

प्रधानमंत्री ने संविधान, तिरंगा, आंबेडकर सभी की आलोचना की

खड़ेगा ने कहा, इसलिए मैं कहता हूं कि बीजेपी-आरएसएस वाले झूठ बोलना बंद कर दें। प्रधानमंत्री जी जब पहली बार संसद में चुनकर आए थे तो उन्होंने पुराने संसद की सीढ़ियों पर माथा टेका था जिसके बाद नए संसद का निर्माण हो गया। हमें डर इस बात का है कि इस बार नए संसद भवन में शपथ लेने से पहले इन्होंने संविधान के सामने माथा टेका है! हमें मालूम है, ये उनका पुराना प्रोजेक्ट है।

प्रधानमंत्री ने संविधान, तिरंगा, गांधी, नेहरू, आंबेडकर सभी की आलोचना की है, सभी का विरोध किया है। सभी के पुतले फूंके हैं। सत्ताधारी दल के लोगों के द्वारा संविधान के प्रस्तावना का अपमान होता रहता है। संवैधानिक प्रवधानों और मूल्यों का आदर नहीं होता है। संविधानिक संस्थाओं को कंट्रोल किया जा रहा है, मिसाल के तौर पर ‘Election Commission of India’ को ही देखें, तो यही मालूम होता है कि इनके मन में संवैधानिक संस्थाओं के लिए कोई आदर नहीं है, ये सब पर कब्जा करना चाह्ते हैं। इसलिए हमें यह लड़ाई लगातार लड़नी पड़ेगी।

चुनावी प्रक्रिया में लोगों की आस्था कम हो रही है

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चिंता की बात यह है कि चुनावी प्रक्रिया में लोगों की आस्था धीरे-धीरे कम होती जा रही है, क्योंकि आयोग के निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं। कुछ रोज पहले इन्होंने अपने चुनाव नियमों के संचालन में बदलाव कर लिया ताकि कोर्ट ने जो जानकारी साझा करने का आदेश दिया था उसे रोका जा सके। आख़िर ऐसा क्या है जिसे छुपाने का प्रयास किया जा रहा है? जिस जानकारी के public domain में होने से अब तक कोई परेशानी नहीं थी, उसे अब पब्लिश करने में क्या दिक्कत आ गई ?

उन्होंने कहा कि कभी वोटरों का नाम सूची से काटा जाता है। कभी उनको मत डालने से रोका जाता है। कभी वोटर सूची संख्या में अचानक वृद्धि हो जाती है। कभी वोट डालने के अंतिम समय में वोट प्रतिशत अप्रत्याशित तरीके से बढ़ जाता है। ये कुछ सवाल उठते रहते हैं जिनका संतोषजनक जवाब नहीं मिलता।

आज किसान MSP गांरटी और दूसरी मांगो को लेकर आंदोलित हैं

खड़गे ने कहा, केंद्र सरकार की वादाखिलाफी के कारण देश भर के किसान MSP गांरटी और दूसरी मांगो को लेकर आंदोलित हैं। आमरण अनशन तक चल रहा है। पर इस सरकार में अन्नदाता का दुःख दर्द समझने वाला कोई नहीं है। कितनी बड़ी विडंबना है कि कांग्रेस राज में जब प्रधानमंत्री राजीव गांधीजी थे तो किसानों को वोट क्लब पर आकर अपनी बात रखने की छूट थी। अब वो दिल्ली भी नहीं आ सकते।

उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार में हमने किसान की 72 हज़ार करोड़ रुपये की ऋणमाफ़ी की। फसल का अधिकतम एमएसपी दिया। उनके हक में भूमि अधिग्रहण कानून बनाया। कई काम हुए। यूपीए के दस वर्षों में हमारी सरकार ने जनता को अधिकार आधारित कानून दिया।

MGNAREGA, RTI, Right to Food, Right to Education जैसे काम उस समय की कांग्रेस अध्यक्ष, श्रीमती सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री, डॉ. मनमोहन सिंह के बेहतरीन कार्यकौशल और तालमेल की वजह से संभव हुआ। हमें अफ़सोस है आज जनता की सुध लेने वाला कोई नहीं है। इसलिए हमें इनकी मदद के लिए आगे आना होगा, उनका सहारा बनना होगा। उनके मुद्दों को उठाने के लिए अपना संघर्ष और प्रयास जारी रखने होंगे।

भारत जोड़ो यात्रा एवं भारत जोड़ो न्याय यात्रा से 400 पार का मंसूबा फेल हो गया

खड़गे ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा एवं भारत जोड़ो न्याय यात्रा से देश के राजनीतिक वातावरण को बदलने में काफ़ी ताक़त मिली। इसी वजह से 400 पार का मंसूबा रखनेवालों के इरादों पर पानी फिर गया। संविधान के साथ छेड़-छाड़ करने की BJP-RSS की योजना को जनता ने विफल कर दिया।

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