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वियाग्रा देते ही होश में आई कोरोना संक्रमित मरीज, अब किया जा रहा है शोध

लंदन: मोनिका अल्मेडा इंग्लैंड के गेन्सबरो लिंकनशायर में एक अस्पताल में नर्स के रुप में काम करती हैं। पिछले साल अक्टूबर के महीने में कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान मोनिका संक्रमण की चपेट में आ गई थीं। लेकिन इलाज के बाद जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। लेकिन कुछ दिनों के बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके बाद उन्हें लिंकन काउंटी अस्पताल में भर्ती किया गया। इलाज के दौरान उनका ऑक्सीजन लेवल गिरता रहा और वो कोमा में चली गई थी।

‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार मोनिका अल्मेडा को प्रायोगिक उपचार व्यवस्था (Experimental Treatment Regime) के रुप में वियाग्रा (Viagra) का डोज दिया गया, जिसके बाद वो होश में आ गई और अब उनकी हालत में सुधार है। रिपोर्ट के अनुसार वियाग्रा डोज का आइडिया उनके साथ काम करने वाली सहकर्मियों का था।

वियाग्रा ने वायु तरंगों को खोल दिया

मोनिका कहती हैं – मुझे अस्थमा है, जिसकी वजह से मेरा ऑक्सीजन लेवल तेजी से गिर रहा था।मेरी जान वियाग्रा लेने से बच पाई। वियाग्रा ने मेरे वायु तरंगों को खोल दिया जिसके बाद मेरे लंग्स ने काम करना शुरू कर दिया।  

किया जा रहा है शोध

मोनिका की स्वास्थ्य में सुधार के बाद रिसर्चर्स इसका शोध कर रहे हैं कि क्या किसी मरीज में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए वियाग्रा का इस्तेमाल नाइट्रिक ऑक्साइड की तरह किया जा सकता है ?

क्या है वियाग्रा (Viagra) ?  

वायग्रा पुरुषों की यौन क्षमता यानी सेक्स पावर बढ़ाने के लिए किया जाता है। पुरुषों में होने वाली सबसे कॉमन सेक्शुअल प्रॉब्लम इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का इलाज करने के लिए अक्सर लोग वायग्रा का सेवन करते हैं। हालांकि इसके सेवन को लेकर कई तरह के मतभेद हैं।

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