
ब्रिटेन से चलने वाली (कार्यरत) एक अनाधिकारिक ट्राइब्यूनल ने बताया है कि चीन सरकार ने शिनजियांग प्रांत में वीगर मुसलमानों का नरसंहार किया है।
इस ट्राइब्यूनल ने गुरुवार को जानकारी दी है कि इस नतीजे पर पहुंचने के मुख्य और प्राथमिक कारण चीन सरकार द्वारा वीगर समुदाय के खिलाफ जन्म दर कम करने के लिए उठाए गए नसबंदी समेत अन्य कदमों का हिस्सा हैं।
इस ट्राइब्यूनल की अध्यक्षता करने वाले एक जाने-माने ब्रितानी बैरिस्टर सर जिओफ्री नाइस का कहना है कि उनका पैनल इस नतीजे पर पहुंचा है कि चीन ने एक “सोची-समझी, व्यवस्थित और ठोस नीति के तहत” “वीगर समुदाय और अन्य नस्लीय समुदायों की आबादी में दीर्घकालिक यानी लम्बे समय तक कमी” लाने के लिए ये कदम उठाए हैं।
ब्रितानी बैरिस्टर ने ये भी कहा कि उनका पैनल मानता है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शिनजियांग में मुसलमान अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ उत्पीड़न के लिए “प्राथमिक तौर से” ज़िम्मेदार हैं।