भ्रष्टाचार और नशे के खिलाफ अभियान के सिपाही बनें, CM भगवंत मान की नवनियुक्त युवाओं से अपील

Chandigarh :

CM भगवंत मान ने नव-नियुक्त युवाओं से की भ्रष्टाचार और नशे के खिलाफ सिपाही बनने की अपील

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Chandigarh : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को नवनियुक्त युवाओं से भ्रष्टाचार और नशे जैसी दोहरी बुराइयों के खिलाफ राज्य सरकार की मुहिम के “सिपाही” बनने की भावुक अपील की ताकि आम जनता का भला हो सके।

सीएम भगवंत मान ने जनसभा को किया संबोधित

450 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये युवा अब राज्य सरकार का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं, और अब इनकी जिम्मेदारी है कि वे पूरी निष्ठा और समर्पण से भ्रष्टाचार और नशे के खिलाफ लड़ाई में योगदान दें। उन्होंने कहा कि राज्य को इन सामाजिक बुराइयों से मुक्त करना समय की जरूरत है और इसके लिए युवाओं का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि युवाओं की भलाई के लिए ‘युद्ध नशेयाँ दे विरुद्ध’ जैसे अभियानों की शुरुआत की गई है, जिनकी सफलता के लिए सबका सहयोग जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक राज्य सरकार ने पिछले तीन वर्षों में 54,142 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। आज का दिन उन युवाओं के लिए खास है जिन्हें हाउसिंग, कृषि, जल संसाधन, खेल और युवा सेवाएं, स्थानीय शासन, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, स्कूली शिक्षा, जल आपूर्ति और स्वच्छता, तथा आबकारी और कराधान विभागों में नियुक्ति मिली है। उन्होंने कहा कि ये सभी नियुक्तियां पूरी पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर की गई हैं।

मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर किया हमला

मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पारंपरिक राजनीतिक पार्टियों ने राज्य की दौलत को लूटा है और उनके हाथ आम लोगों के खून से सने हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में चंदे और घूसखोरी जैसी प्रथाएं आम थीं, जबकि वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं और नागरिकों को केंद्र में रखकर सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विडंबना है कि आज़ादी के बाद जो लोग सत्ता में आए, उन्होंने अंग्रेजों से भी ज्यादा क्रूरता से देश को लूटा। उन्होंने कहा कि शहीदों की आत्माएं यह देखकर दुखी होती होंगी कि पंजाब के युवा विदेशों में जाकर उन्हीं ताकतों की सेवा कर रहे हैं जिन्हें कभी देश से निकाला गया था। एक समय पर जिन्होंने गुलामी के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वही आज प्रवास की अगुवाई कर रहे हैं।

55.000 युवाओं को मिली सरकारी नौकरी

मुख्यमंत्री ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लगभग 55,000 युवाओं को पूरी तरह से मेरिट पर सरकारी नौकरियों में नियुक्त किया गया है। यह पहल राज्य से ब्रेन ड्रेन को रोकने और युवाओं को यहीं अवसर देने की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि अब कई युवा, जो पहले विदेश जाने की योजना बना रहे थे, अब प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सरकारी नौकरी पाने को प्राथमिकता दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नियुक्तियां पूरी तरह से योग्यता पर आधारित हैं, और उम्मीदवारों ने कठिन प्रतियोगी परीक्षाएं पास करके ये पद हासिल किए हैं। सरकार का उद्देश्य शुरू से ही युवाओं को सशक्त बनाकर उन्हें राज्य और देश की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में भागीदार बनाना रहा है। इस रोजगार अभियान ने युवाओं में सकारात्मकता बढ़ाई है और कई ने विदेश जाने की योजना छोड़ दी है।

पंजाब देश की ‘तलवार भुजा’ रहा है

मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि पिछले 75 वर्षों में ऐसे कदम क्यों नहीं उठाए गए? उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों की निष्क्रियता के कारण व्यवस्था बिगड़ती गई और युवाओं को देश से बाहर अवसर तलाशने पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब देश की खाद्य टोकरी होने के साथ-साथ भारत की ‘तलवार भुजा’ भी रहा है और इसके लोग साहस, दृढ़ता और उद्यमशीलता के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की धरती महान गुरुओं, संतों, ऋषियों और शहीदों के पदचिन्हों से पावन है, जिन्होंने हमें अन्याय और अत्याचार के खिलाफ खड़े होना सिखाया। उन्होंने कहा कि पंजाब की संस्कृति और मेहमाननवाजी अद्वितीय है और इसके लोगों में असाधारण नेतृत्व क्षमता है। उन्होंने नव-नियुक्त युवाओं से आग्रह किया कि वे मिशनरी उत्साह से जनता की सेवा करें।

मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि ये युवा अपने पदों का उपयोग समाज के कमजोर वर्गों की मदद और सभी वर्गों के कल्याण के लिए करेंगे। उन्होंने राज्य सरकार की भूमिका की तुलना हवाई अड्डे की रनवे से की जो विमानों को उड़ान भरने में मदद करती है। इसी तरह सरकार युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए उन्हें हर संभव सहायता दे रही है।

मुख्यमंत्री ने युवाओं से किया आग्रह

मुख्यमंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपनी पहचान खुद बनाएं, समाज में अपनी छाप छोड़ें और सफलता पाने के बाद भी ज़मीन से जुड़े रहें। उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत ही सफलता की असली कुंजी है और पंजाब में अपार संभावनाएं हैं।

मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास और जन कल्याण के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। अंत में, उन्होंने सभी नव-नियुक्त युवाओं को बधाई दी और अपेक्षा जताई कि वे अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और समर्पण से करेंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह, बरिंदर गोयल, गुरमीत सिंह खुड़ियन और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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