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Birthday Special: कल्पना चावला की वह बात जो आखिरकार सच साबित हुई

आज अगर कल्पना चावला जिंदा होतीं तो अपना 60वां जन्मदिन मना रहीं होती। 17 मार्च 1962 को भारत की महान बेटी और पहली भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला का जन्म हुआ था। वह हरियाणा के करनाल जिले में जन्मी थी। कल्पना 1995 में नासा के अंतरिक्ष यात्री के तौर पर शामिल हुईं और 1998 में उन्हें अपनी पहली उड़ान के लिए चुना गया। लेकिन 1 फरवरी 2003 को अंतरिक्ष से धरती पर लौटते हुए उनका यान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें कल्पना ने हमेश के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया। कल्पना को भले ही दुनिया ने खो दिया हो, लेकिन वो आज भी सबके दिलों में जिंदा हैं। आइए जानते हैं उनके जन्मदिन पर भारत की इस महान बेटी के बारे में।

कल्पना चावला के बारे में कुछ रोचक बातें

कल्पना की प्रारंभिक शिक्षा करनाल के टैगोर बाल निकेतन में हुई। जब वो थोड़ी बड़ी हुई तो उन्होंने पिता से कहा कि वो इंजीनियर बनना चाहती है। कल्पना अपने पिता से अक्सर पूछा करती थीं कि अंतरिक्ष यान क्या होता है और ये आकाश में कैसे उड़ते हैं? क्या मैं भी उड़ सकती हूं? छोटी कल्पना की उड़ान बड़ी थी, लेकिन कई बार तो उनके सवालों को घर के लोग हंसी की बात मानकर टाल देते थे।

हरियाणा में जन्मी कल्पना ने कभी नहीं सोचा था वो एक दिन अपने देश का नाम रोशन करेंगी। कल्पना अपने घर पर सबसे छोटी थी लेकिन उनके काम ने उन्हें इतना बड़ा बना दिया कि आज भारत ही नहीं पूरी दुनिया उनको याद करती है। कल्पना को तो ये भी नहीं पता था कि वो इतना पढ़- लिखकर करनाल से अंतरिक्ष तक का सफर तय करेंगी।

कल्पना ने पंजाब से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की। इसके बाद वह 1982 में अमेरिका चली गईं और टेक्सास यूनिवर्सिटी से आगे की पढ़ाई की। कल्पना को मार्च 1995 में नासा के अन्तरिक्ष यात्री कोर टीम में शामिल किया गया और उन्हें 1996 में अपनी पहली उडान के लिए चुना गया था। इसके बाद 2003 में उन्होंने कोलंबिया शटल से अंतरिक्ष के लिए दूसरी उड़ान भरी। तब वो 16 दिन के अंतरिक्ष मिशन पर गई थी। 1 फरवरी 2003 को अंतरिक्ष में 16 दिन बिताने के बाद जब कल्पना चावला 6 अन्य साथियों के साथ धरती पर लौट रही थीं, तब उनका यान क्षतिग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में कल्पना समेत सभी यात्रियों की मौत हो गई थी।

कल्पना ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं अंतरिक्ष के लिए ही बनी हूं। हर पल अंतरिक्ष के लिए बिताया है और इसी के लिए मरूंगी। आखिरकार उनकी ये बात सच साबित हुई।

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