
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया(Gulabchand Kataria) को असम का राज्यपाल(Governor of Assam) बनाया गया है। राष्ट्रपति(President) ने रविवार सुबह 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल और उपराज्यपाल बदलने के आदेश दिए हैं। दरअसल, कटारिया को राज्यपाल नियुक्त करने पर उदयपुर सहित प्रदेश भर में उनके प्रशंसकों ओर बीजेपी नेताओं ने खुशी जताई हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने फोन करके कटारिया को बधाई दी है।
कटारिया ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई उम्मीद नहीं थी। हालांकि, दो दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) ने उन्हें फोन कर हालचाल पूछा था, लेकिन राज्यपाल बनाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई थी। आपको बता दें कि कटारिया की गिनती राजस्थान बीजेपी(Rajasthan BJP) के वरिष्ठ नेताओं में होती है।
वे आरएसएस(RSS) के स्वयंसेवक रहे, फिर जनसंघ में आए। बीजेपी और जनसंघ की शुरुआती नेताओं मे से कटारिया प्रमुख रहे हैं। कटारिया राजस्थान बीजेपी(bjp के अध्यक्ष रहने के साथ आठ बार विधायक और एक बार सांसद भी रह चुके हैं।
गुलाबचंद कटारिया का जन्म 13 अक्टूबर 1944 को राजसमंद के देलवाड़ा में हुआ था। कटारिया ने एमए, बीएड और एलएलबी तक पढ़ाई की है। उनकी पांच बेटियां हैं। हायर एजुकेशन के बाद वे उदयपुर में प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने लगे थे। कॉलेज के समय में आरएसएस से जुड़ गए। कटारिया जनसंघ के दिग्गज नेता सुंदरसिंह भंडारी और भानुकुमार शास्त्री के साथ काम करने लगे थे।
कटारिया 1993 से लगातार विधायक हैं। उदयपुर विधानसभा सीट से 2003 से 2018 तक लगातार चार बार चुनाव जीते। 1993 में भी उदयपुर शहर से विधानसभा चुनाव जीते थे। 1998 में भी कटारिया ने विधानसभा चुनाव जीता था, मगर तब वे बड़ी सादड़ी सीट से चुनाव लड़े थे।