डीजल बस संचालन पर रोकः कम होगा प्रदूषण, थमेंगे डीजल बसों के पहिए

Ban on Diesel Buses
Ban on Diesel Buses: पटना में जहरीली हवा से लोगों को निजात मिलेगी। इसके लिए 30 सितंबर की आधी रात से पटना नगर निगम, फुलवारी, खगौल और दानपुर क्षेत्रों में सरकारी और प्राइवेट डीजल बसों का संचालन बंद कर दिया जाएगा। इस आदेश के बाद भी यदि बसें संचालित मिली तो उन्हें जब्त कर लिया जाएगा। यह आदेश जिला परिवहन कार्यालय की ओर से जारी किया गया है।
Ban on Diesel Buses: पहले 2019 में लागू होना था फैसला
परिवहन विभाग के इस फैसले से वायु प्रदूषण में कमी आएगी। उम्मीद है कि इससे प्रदूषण 20 प्रतिशत तक कम होगा। वैसे यह फैसला 2019 में ले लिया गया था लेकिन बाद में गाड़ियों की संख्या देखते हुए इसे 31 मार्च 2021 तक टाल दिया गया। इसके बाद फिर से एक साल की मोहलत दी गई। अब यह फैसला लागू करने का निर्णय लिया गया है।
सीएनजी की खपत में होगी बढ़ोतरी
इस फैसले को लागू करने से पहले स्कूलों को भी नोटिस दिया गया था। फिलहाल बसों के डीजल बसों के बंद होने से सीएनजी की खपत में बढ़ोतरी होगी। वहीं बस संचालकों की जेब पर भी कम बोझ पड़ेगा।
घटेगा खर्च
एक अनुमान के मुताबिक एक लीटर डीजल में बस लगभग छह किलोमीटर की यात्रा तय करती है। वहीं एक किलो सीएनजी में बस साढ़े सात किलोमीटर चल सकती है। इसके अलावा डीजल के मुकाबले सीएनजी का दाम भी कम है। इससे भी बस मालिकों को राहत मिलेगी।
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